दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.06 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 91 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 15 लाख 87 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। एक दिन में तीन हजार मौतों के बाद सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। जिसके चलते अमेरिका भी फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer Biontech) कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी दे सकता है। अमेरिकी सरकार के एक सलाहकार पैनल ने फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्वीकृति की सिफारिश की है। पैनल ने कहा कि टीके का संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करता है।
गुरुवार को आठ घंटे की जनसुनवाई के बाद, खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) के टीके और संबंधित जैविक उत्पाद सलाहकार समिति (वीआरबीपीएसी) ने फाइजर और उसके जर्मन साथी बायोएनटेक (Biontech) द्वारा विकसित वैक्सीन की सिफारिश करने के लिए वोट दिए।
जल्दबाजी से नतीजे गंभीर हो सकते हैंFDA के एक एडवाइजरी पैनल ने इस संस्था से अपील में कहा है कि वो फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को कम से कम इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए अप्रूवल दे। FDA की अप्रूवल में देरी के लिए काफी आलोचना हो रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प भी कई हफ्ते पहले FDA को फटकार लगा रहे हैं। जबकि, इस संस्था की दलील है कि वैक्सीन अप्रूवल में कोई जल्दबाजी की गई तो इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं। अमेरिका में वैक्सीन अप्रूवल की प्रक्रिया काफी जटिल है।
एक दिन में 3260 लोगों की मौतबता दे, अमेरिका में बुधवार को एक ही दिन में 3260 लोगों की मौत के बाद सरकार पर दबाव बढ़ गया है। यह एक दिन में हुई मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। केंद्र और राज्य सरकारों ने कुछ हफ्ते पहले ही लोगों को चेतावनी दी थी कि वे थैंक्स गिविंग डे की छुट्टियों के दौरान यात्रा और लापरवाही से बचें। मौतों और संक्रमण के आंकड़े बता रहे हैं कि सरकार की वॉर्निंग को गंभीरता से नहीं लिया गया।
संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करते हैंवैक्सीन और संबंधित कार्बनिक उत्पाद सलाहकार समिति (वीआरबीपीएसी) के सदस्य और बच्चों के अस्पताल फिलाडेल्फिया के वैक्सीन विशेषज्ञ पॉल ऑफिट ने कहा कि फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन में एक स्पष्ट लाभ है और दूसरी तरफ हमारे पास सभी तरफ सैद्धांतिक जोखिम हैं। उन्होंने कहा कि टीके के संभावित लाभ इसके जोखिमों को कम करते हैं।
एक अन्य सदस्य ओफर लेवी, जो एक बाल रोग विशेषज्ञ और बोस्टन चिल्ड्रन अस्पताल में टीका कार्यक्रम के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है। गौरतलब है कि ब्रिटेन और बहरीन पहले ही फाइजर-बायोएनटेक की इस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे चुके हैं।
बीते दिनों अमेरिका की खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने एक विस्तृत विश्लेषण में निष्कर्ष दिया है कि अमेरिका में इस्तेमाल के लिए जिस पहली कोविड-19 वैक्सीन (फाइजर और बायोएनटेक की वैक्सीन) पर विचार किया जा रहा, चिकित्सकीय अध्ययन में यह वैक्सीन निर्धारित मानकों पर सफल साबित हुई है।
फाइजर वैक्सीन 95% इफेक्टिवबता दे, अगर वैक्सीन को अप्रूवल मिल जाता है कि ब्रिटेन और कनाडा के बाद अमेरिका इस वैक्सीन को मंजूरी देने वाला तीसरा देश होगा। गुरुवार को न्यू इंग्लैंड मेडिकल जर्नल ने फाइजर वैक्सीन को अपनी रिपोर्ट में 95% इफेक्टिव बताया। रिपोर्ट में कहा गया कि इसका ट्रायल 43 हजार लोगों पर किया जा चुका है। जर्नल ने इसे महामारी पर साइंस की जीत करार दिया।