Pegasus scandal: कांग्रेस का आरोप - मोदी सरकार सुन रही है बेडरूम की बातें

पेगासस जासूसी विवाद पर कांग्रेस हमकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को संबोधि‍त करते हुए कहा कि मोदी सरकार क़ानून और संविधान की हत्या कर रही है। मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है, राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया है।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार बेडरूम की बातें भी सुन रही है। सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी समेत कई नेताओं और पत्रकारों की जासूसी करायी गई है। बीजेपी का नाम भारतीय जासूस पार्टी कर देना चाहिए। रिपोर्ट्स कह रही हैं कि सुरक्षा महकमों के भी प्रमुखों की जासूसी की गई है।'

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफ़ा देना चाहिए और प्रधानमंत्री की भूमिका की जांच होनी चाहिये। हम इसे पूरे मुद्दे को संसद में उठाएंगे।'

वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'पीएम मोदी डिजिटल इंडिया की बात करते हैं पर ये सर्विलांस इंडिया है। सभी विपक्षी पार्टी एक साथ इसके खिलाफ आवाज संसद में बुलंद करेंगे।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने टि्वटर पर लिखा है, 'पेगासस के जरिए जासूसी से जुड़े खुलासे बहुत ही घिनौनी कारगुजारियों की तरफ इशारा करते हैं। अगर ये सच है, तो मोदी सरकार संविधान द्वारा देशवासियों को दिए गए निजता के अधिकार पर गंभीर और खतरनाक हमला कर रही है। इससे लोकतंत्र तो नष्ट होगा ही, ये देशवासियों के निजता के अधिकार को कई स्तर पर नुकसान पहुंचाएगा।'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमें पता है ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, जो भी आपके फोन में है।

बता दें, रविवार को न्यूज वेबसाइट 'द वायर' समेत कई मीडिया संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया था कि एक अज्ञात एजेंसी ने Pegasus स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हुए भारतीय पत्रकारों और नेताओं को निशाना बनाया है।

रविवार रात को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में मंत्रियों, विपक्ष के नेताओं, पत्रकारों, लीगल कम्युनिटी, कारोबारियों, सरकारी अफसरों, वैज्ञानिकों, एक्टिविस्ट समेत करीब 300 लोगों की जासूसी की गई है।

द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से करीब 40 पत्रकार हैं। इन पर फोन के जरिए निगरानी रखी जा रही थी। वॉशिंगटन पोस्ट और द गार्जियन के अनुसार 3 प्रमुख विपक्षी नेताओं, 2 मंत्रियों और एक जज की भी जासूसी की पुष्टि हो चुकी है, हालांकि इनके नाम नहीं बताए हैं। इस जासूसी के लिए इजराइल के पेगासस स्पायवेयर का इस्तेमाल किया गया था।

सोमवार को सामने आया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और दूसरे केंद्रीय मंत्री प्रह्ललाद पटेल का नाम भी उस हैकिंग लिस्ट में शामिल था।

एनडीटीवी से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच बार मोबाइल हैंडसेट बदला, लेकिन हैकिंग जारी है। द वायर की रिपोर्ट में फोरेंसिक विश्लेषण के हवाले से लिखा गया है कि प्रशांत किशोर के फोन से हालही 14 जुलाई को छेड़छाड़ की गई थी।

हालांकि, इस मामले पर सरकार की ओर से भी सफाई आई थी। सरकार ने हैकिंग में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा, 'विशेष लोगों पर सरकारी निगरानी के आरोपों का कोई ठोस आधार या इससे जुड़ी सच्चाई नहीं है।' लेकिन, द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने Pegasus स्पाइवेयर की खरीद या उपयोग से स्पष्ट रूप से इनकार नहीं किया।