Google Pay से पेमेंट करना यूजर को पड़ा महंगा, खाते से चोरी हुए 96,000 रुपए

बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ-साथ धोखधड़ी की घटनाओं में भी वृधि हो रही है। हाल ही में धोखधड़ी का ताजा मामला मुंबई से सामने आया है। यहां एक यूजर के अकाउंट से 96,000 रुपए निकाल लिए गए हैं। मुंबई का रहने वाला यह यूजर Google Pay के जरिए बिजली के बिल का भुगतान कर रहा था। इस दौरान उसे पेमेंट ऐप पर ट्रांजैक्शन फेल का मेसेज मिला।

trak.in की एक रिपोर्ट के अनुसार यह यूजर गूगल डॉट कॉम पर गूगल पे कस्टमर केयर नंबर सर्च कर रहा था। सर्च करने पर फर्जी मिले नंबर पर जब इस यूजर ने कॉल किया तो जालसाजो ने उससे कहा कि ट्रांजैक्शन फेल होना एक आम बात है और इससे परेशान होने की जरूरत नहीं। इसके बाद फर्जी एग्जिक्युटिव ने यूजर को अपने द्वारा भेजे हुए एक टेक्स्ट मेसेज लिंक पर क्लिक करने को कहा।

इसके बाद जैसे ही यूजर ने लिंक पर क्लिक किया उसके खाते से 96,000 रुपए किसी अनजान व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हो गए। ये पैसे यूजर के उसी बैंक अकाउंट से ट्रांसफर हुए जो Google Pay से लिंक था।

इससे पहले भी ऑनलाइन ठगी के ऐसे ही और भी कई मामले सामने आ चुके हैं। जुलाई 2018 में एक यूजर को खाना ऑर्डर करते समय 2।2 लाख रुपये का चूना लग गया। जब यूजर ने फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया तो किसी फ्रॉड व्यक्ति ने बड़ी चालाकी से यूजर से ओटीपी मांग लिया। ओटीपी मांगने के कुछ ही देर बाद यूजर के अकाउंट से पैसे ट्रांसफर होने का मैसेज आया।

ऐसे ही एक ठगी का शिकार बेंगलुरू में रह रही एक महिला हो गई। यह महिला Swiggy से खाना ऑर्डर कर रही थी। जब ट्रांजेक्शन में गड़बड़ी हुई तो इसकी जानकारी पाने के लिए महिला ने फर्जी कस्टमर केयर नंबर कर कॉल कर दिया। फिर क्या था फर्जी कस्टमर केयर ने महिला को अपने झांसे में लेकर उसके बैंक अकाउंट की सारी जानकारी निकलवा ली। इसके बाद सारे पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए।

कैसे बचें ऐसी ठगी से:

कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव को ध्यान से सुनें, न दें डीटेल

आमतौर पर इस प्रकार की ठगी करने वाले फर्जी एग्जिक्यूटिव खुद को असली बैंक एम्प्लॉयी साबित करने के लिए पहले कुछ वेरिफिकेशन वाले सवाल जैसे आपकी जन्मतिथि, नाम, मोबाइल नंबर मांगेंगे। उनके बात करने का तरीका बिल्कुल प्रफेशनल बैंक एम्प्लॉयी की तरह होता है। रिसीव की गई ऐसी किसी कॉल पर अगर आपको शक हो तो आप उस एग्जिक्यूटिव से बैंकिंग से जुड़े कई सवाल करें जिससे की वह परेशान होकर खुद ही फोन काट दे।

डराने की करते है कोशिश

कॉल के दौरन फर्जी एग्जिक्यूटिव आपसे आपके बैंक डिटेल या पर्सनल डिटेल मांगते है अगर आप इन डिटेल्स को नहीं देते तो वो आपको धमकी देते है कि अगर आपने उनके द्वारा दिए जा रहे सुझाव पर अमल नहीं किया तो आपका डेबिट/क्रेडिट कार्ड और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं ब्लॉक हो सकती है। बैंकिंग सेवा के ब्लॉक होने के डर से यूजर बिना दो बार सोचे इन ठगों की बातों में आ जाते हैं। वही जालसाजों की कोशिश रहती है कि कैसे भी आपके मोबाइल पर रिमोट डिवाइस कंट्रोल ऐप जैसे AnyDesk डाउनलोड करा दें। ऐप के इंस्टॉल होने के बाद ये फर्जी कॉलर यूजर के फोन में आए 9 अंको वाले ऐप कोड की मांग करते हैं। यह कोड एक लॉगइन की की तरह काम करता है और इससे फर्जी कॉलर यूजर के फोन का फुल ऐक्सेस पा जाते हैं। ऐसी स्थिति में आप उनके द्वारा बताई गई कोई भी ऐप अपने फ़ोन पर नहीं डाले।