हैदराबाद। जनसेना प्रमुख पवन कल्याण को शुक्रवार को आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा बहुप्रतीक्षित कदम उठाते हुए उपमुख्यमंत्री बनाया गया। अभिनेता से नेता बने कल्याण को चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार में पंचायत राज और ग्रामीण विकास, पर्यावरण, वन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी आवंटित किए गए हैं।
टीडीपी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि नायडू के बेटे नारा लोकेश (41) को मानव संसाधन विकास, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग दिए गए हैं। स्टैनफोर्ड से एमबीए करने वाले और विश्व बैंक के पूर्व अधिकारी लोकेश पूर्व मंत्री हैं, जिन्होंने मंगलगिरी सीट पर 91,413 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनने पर पवन कल्याण को बधाई। मैं कैबिनेट में अपने सभी सहयोगियों को उनके विभाग सौंपे जाने पर बधाई देता हूं।
अनिता वंगालापुडी गृह मंत्री होंगी। नायडू कानून और व्यवस्था विभाग अपने पास रखेंगे। नायडू के साथ बुधवार को 24 मंत्रियों ने शपथ ली। शपथ लेने वाले 24 मंत्रियों में से 17 पहली बार मंत्री बने हैं, तीन महिलाएं हैं, आठ पिछड़े वर्ग (बीसी) समुदाय से हैं, एक मुस्लिम है, दो अनुसूचित जाति (एससी) से हैं और एक अनुसूचित जनजाति से है। नायडू के अलावा टीडीपी के 20, जनसेना के तीन और भाजपा के एक मंत्री ने शपथ ली।
पी नारायण को एक प्रमुख विभाग- नगर प्रशासन- आवंटित किया गया था, जो अमरावती राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए जिम्मेदार होगा। अमरावती परियोजना की आधारशिला 2015 में रखी गई थी, लेकिन राजनीतिक सत्ता में बदलाव के कारण इसे कभी अंतिम रूप नहीं मिला क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद वाईएसआरसीपी ने राज्य सरकार बनाई।
हाल ही में आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में टीडीपी-जनसेना-भाजपा गठबंधन ने 175 सीटों में से 164 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की। कल्याण की पार्टी ने चुनाव में 21 सीटें जीतीं और साथ ही साथ हुए लोकसभा चुनाव में भी दो सीटें
जीतीं, जिससे उसका स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत रहा। गठबंधन ने आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 21 सीटें जीतीं।
इससे पहले शुक्रवार को पवन कल्याण के एक्स हैंडल से एक पोस्ट शेयर की गई थी जिसमें उन्हें उपमुख्यमंत्री बताया गया था।