संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। विश्वास मत हासिल करने को लेकर मोदी सरकार आश्वस्त है तो विपक्ष सरकार को पटखनी देने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। केंद्रीय संसदीय मंत्री अनंत कुमार ने गुरुवार को कहा कि सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में आसानी से जीत मिलेगी। हमारे पास 314 सांसदों का समर्थन है। उन्होंने सोनिया गांधी के विपक्ष के पास बहुमत वाले बयान पर कहा कि सोनिया जी की गणित कमजोर है। वे पहले की तरह हिसाब लगा रही हैं। इस बार भी उनका गणित गलत साबित होगा। मोदी सरकार के पास संसद के अंदर और बाहर बहुमत है। तेदेपा और कांग्रेस ने बुधवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिसे स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मंजूर कर लिया था।
क्या शिवसेना अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देगी?
वहीं शिवसेना के सांसद संजय राउत का कहना है कि विपक्ष की आवाज को एक बार सुनना चाहिए। उन्होंने कहा, 'गणतंत्र में विपक्ष की आवाज को पहले सुनना चाहिए चाहे फिर वह एक शख्स की ही क्यों ना हो। यहां तक कि हम (शिवसेना) उनसे जरूरत पड़ने पर बात करेगी। वोटिंग के दौरान जो भी उद्धव ठाकरे कहेंगे हम वहीं करेंगे। देश का माहौल ठीक नहीं है। कश्मीर का माहौल ठीक नहीं है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश की जनता का विश्वास सरकार पर नहीं रहा है। इसपर चर्चा होनी चाहिए।' तेदेपा नेता समर्थन जुटाने के लिए केजरीवाल से मिले: तेदेपा नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने अविश्वास प्रस्ताव पर समर्थन जुटाने के लिए गुरुवार सुबह अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का पत्र सौंपा। ऐसा कहा जा रहा है कि तेदेपा के नेता सपा, तृणमूल कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेताओं से भी मिलेंगे। उधर, न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देंगे।
भाजपा 273 शिवसेना 18 लोजपा 06 अकाली दल 04 रालोसपा 03 जेडीयू 02 अपना दल 02 एनपीपी 01 एनडीपीपी 01 आरएसपी 01 एसडीएफ 01