संशय हुआ खत्म, अविश्वास प्रस्ताव में मोदी सरकार का साथ देगी शिवसेना, अंतिम फैसला शाम को लेंगे उद्धव

संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। संसद की कार्यवाही से ज्यादा अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सता और विपक्ष में गहमा-गहमी है। विश्वास मत हासिल करने को लेकर मोदी सरकार आश्वस्त है तो विपक्ष सरकार को पटखनी देने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। अमित शाह संसद भवन में कल के अविश्वास प्रस्ताव पर लेकर रणनीति बना रहे है। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, बीजेपी महासचिव भूपेन्द्र यादव, चीफ व्हिप अनुराग ठाकुर भी इस बैठक में मौजूद हैं। इस बैठक में एआईएडीएमके के सांसद पी। वेणुगोपाल भी बैठक में मौजूद है। वही अबतक अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं दिख रही शिवसेना ने भी अब अपना रुख साफ कर दिया है। शिवसेना ने कहा है कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार का साथ देगी। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के एक नजदीकी सूत्र ने इसकी जानकारी दी है। शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है।

सूत्र ने बताया, 'हम बीजेपी का समर्थन करेंगे। शाम तक इस संबंध में औपचारिक घोषणा हो जाएगी।' 2003 के बाद पहली बार केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इस बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि पार्टी अपने स्टैंड का खुलासा सदन के फ्लोर पर ही करेगी। राउत की मानें तो फैसला लिया जा चुका है लेकिन इसके बारे में कल सदन में ही बताया जाएगा। हालांकि सूत्र ने साफ कर दिया है कि शिवसेना बीजेपी के संग ही जाएगी। उधर, अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से एक दिन पहले खेमेबंदी शुरू हो गई है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का कहना है कि मोदी सरकार के पास बहुमत है। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में आसानी से जीत मिलेगी। हमारे पास 314 सांसदों का समर्थन है। उन्होंने सोनिया गांधी के विपक्ष के पास बहुमत वाले बयान पर कहा कि सोनिया जी का गणित कमजोर है। वे पहले की तरह हिसाब लगा रही हैं। इस बार भी उनका गणित गलत साबित होगा। मोदी सरकार के पास संसद के अंदर और बाहर बहुमत है।

बता दे, शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर पहले चर्चा होगी और शाम 6 बजे वोटिंग कराई जाएगी। वहीं आज पूरे दिन संसद के अंदर से लेकर बाहर तक सियासी सरगर्मियां तेज रहेगी।

आपको बता दें कि बुधवार को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने टीडीपी के अविश्वास प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी थी। आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने अन्य दलों से भी इसपर समर्थन मांगा है।