राजस्थान : जिद के चलते लगा लिया मौत को गले, 12 साल की बच्ची को पेरेंट्स ने बाजार जाने से किया था मना

इंसान अपनी जीद में कई बार ऐसे कदम उठा लेता हैं जो उसी को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला जोधपुर के बासनी थाना इलाके के मधुबन स्थित डीडीपी नगर में जहां के रहने वाले रेल कर्मचारी की 12 साल की बच्ची ने अपने घर की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में फंदा लगा जान दे दी। वजह यह थी कि उसके माता-पिता उसे बाजार लेकर नहीं गए थे। घर में मौजूद अन्य बच्चों को जब पता लगा तब आसपास के लोगों को घटना की सूचना दी। इसके बाद बच्ची को फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रात को उसकी मौत हो गई।

एएसआई गोविंद सिंह ने बताया कि मधुबन स्थित डीडीपी नगर निवासी रेलकर्मी धर्मेंद्रसिंह पुत्र मुन्नालाल की 12 साल की बेटी रितु सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। धर्मेंद्र सिंह पत्नी के साथ बाजार जा रहे थे, तब रितु ने भी चलने की जिद्द की थी। उन्होंने बाजार ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद रितु ने फंदा लगा जान दे दी। अन्य बच्चे जब खेलते हुए ऊपर वाली मंजिल पर पहुंचे तो रितु फंदे से झूलती हुई दिखी। इसके बाद वे चिल्लाए और फिर आसपास के लोग एकत्र हो गए। पड़ोसियों ने धर्मेंद्र सिंह को फोन कर घटना के बारे में बताया तो वे तुरत एम्स अस्पताल पहुंचे। रितु की रात करीब साढ़े आठ बजे उपचार के दौरान मौत हो गई।