'कोरोना बम' बनाकर आतंकियों को भारत भेजने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान

कोरोना की महामारी से जूझ रहा पाकिस्तान अभी भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय सुंदरबनी इलाके में सेना के पोस्ट को निशाना बनाया था। इस हमले में भारतीय सेना के तीन जवान घायल हुए हैं। अगर आँकड़ो पर नजर डाले तो मार्च के महीने में ही पाकिस्तान 411 बार सीजफायर का उलंघन कर चुका है। और साल 2020 में अब तक यानी तीन महीनों मे 1160 बार से ज़्यादा बार सीजफायर का उलंघन कर चुका है। ये उलंघन लगातार जारी है। अब खबर आ रही है कि एलओसी (LOC) के पास लांचिंग पैड पर जमा आतंकी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। पाक लगातार इस कोशिश में है कि किस तरह से आतंकियो को भारत में दाखिल किया जाए। रास्ता साफ करने के लिए एलओसी पर आग भी लगा दी है। news18 की खबर के अनुसार खुफिया जानकारी के बाद पाक की इस हरकत का खुलासा हुआ है। कोरोना संक्रमण के पाकिस्तान की फ़ौज में मामलों की बात करे तो अब तक 40 से ज़्यादा पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इसमे पाकिस्तान सेना के कई अफसर भी हैं। जबकि 860 से ज़्यादा क्वारंटाइन में हैं। स्वास्थ और चिकित्सा की बदतर हालातों के चलते बड़ी तादाद में पाकिस्तान की फ़ौज को एलओसी से हटाकर अलग-अलग इलाक़ों में तैनात किया जा रहा है।

पाकिस्तान के सबसे ताक़तवर प्रांत पंजाब में कोरोना अपने पैर न पसारे, इसके लिए ज़्यादातर क्वारंटाइन सैंटर पीओके में बनाए गए है। ऐसे में पाकिस्तान न तो उन आतंकियो को अपने लांचपैड पर रख सकता है और न ही उन्हें उनके घर जाने देना चाहता है। और इलाज तो बिलकुल नही कराना चाहता है। उन कोरोना संक्रमित आतंकियो से पाक सेना के सैनिकों को भी ख़तरा बना हुए है ऐसे में पाकिस्तान उन संक्रमित आतंकियो को भारत में ढकेलने की फ़िराक़ में है और लगातार सीज फायर का उल्लघंन कर रहा है।

2,500 हुए संक्रमित

बता दे, शुक्रवार तक पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले 2,500 के करीब पहुंच गए। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि कोई भी यकीन से नहीं कह सकता है कि कोविड-19 (Covid-19) महामारी कब खत्म होगी। इसके साथ ही उन्होंने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के मकसद से निर्माण क्षेत्र के लिए बड़े पैमाने पर पैकेज की घोषणा की।

प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने इस्लामाबाद में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'हमने तय किया है कि इस साल के दौरान निर्माण क्षेत्र में निवेश करने वालों से उनकी आय के स्रोत के बारे में नहीं पूछा जाएगा।' उन्होंने निर्माण क्षेत्र के आधार पर एक निश्चित कर व्यवस्था की घोषणा की और अपने 'नया पाकिस्तान हाउसिंग' परियोजना में निवेश के लिए 90% कर कटौती की पेशकश की। परियोजना का मकसद गरीबों के लिए घर बनाना है।