सऊदी अरब की रईस महिला व्यापारी ने पाकिस्तानी ड्राइवर से रचाई शादी, जानें, क्यों इमरान खान पर कसा जा रहा तंज

सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो सामने आया है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सऊदी की सबसे अमीर व्यापारी साहू बिंत अब्दुल्लाह अल महबूब ने अपने पाकिस्तानी ड्राइवर से शादी कर ली है। हालाकि, लोगों का कहना है कि यह वीडियो दरअसल किसी अरब शादी का है और फेक मेसेज के साथ इसे शेयर किया जा रहा है। हालाकि, इस वीडियो को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर तंज किया जा रहा है।

आपको बता दे, साहू के पास मक्का और मदीना के साथ-साथ फ्रांस और दूसरे देशों में होटलों समेत कई संपत्ति हैं। उनकी कुल संपत्ति 8 अरब डॉलर की बताई जा रही है। वीडियो में जिस शख्स से वह सगाई करती दिख रही हैं, वह उनका पाकिस्तानी मूल का ड्राइवर बताया जा रहा है। कई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर इसे प्यार की मिसाल बताया गया है। हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है। वही, कई साइट्स पर यह भी दावा किया जा रहा है यह वीडियो दरअसल दो अरब लोगों की शादी का ही है और उसमें दिख रही महिला सऊदी की अमीर व्यापारी नहीं है।

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पर कसे जा रहे तंज

इस वीडियो के सामने आने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान लोगों के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, इमरान की एक पुरानी तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें वह सऊदी प्रिंस के लिए गाड़ी चलाते दिख रहे हैं। इसपर कुछ लोग कह रहे हैं कि साहू से शादी करने वाले की किस्मत ज्यादा अच्छी थी जबकि इमरान को अब सऊदी का अरबों डॉलर का कर्ज चुकाना पड़ रहा है। दरअसल, पिछले दिनों सऊदी अरब ने पाकिस्तान को नया कर्ज देने से मना कर दिया और पूर्व में लिए गए कर्ज की वापसी करने को भी कहा है। इसके बाद से अरबों डॉलर का कर्ज चुकाने को लेकर इमरान सरकार दबाव में आ गई है।

सऊदी अरब ने पाकिस्तान को आर्थिक सहायता पैकेज के तहत 3 साल के लिए 6.2 बिलियन डॉलर का लोन दिया था और जिसमें, 3 बिलियन डॉलर की नकद सहायता शामिल थी। सऊदी अरब को 3.2 बिलियन डॉलर का पाकिस्तान को तेल और गैस की सप्लाई की जानी थी। लेकिन, पाकिस्तान के विदेशमंत्री के कश्मीर मुद्दे पर सऊदी अरब को दखल देने और उसके बाद भड़काऊ बयानों से 2021 में खत्म होने वाले इस पैकेज को 2020 में ही बंद कर दिया था। इतना ही नहीं, इसके बाद सऊदी ने पाकिस्तान से कर्ज चुकाने को कह दिया। अब चीन की मदद से पाकिस्तान इस कर्ज को चुकाना शुरू किया है।