11 अगस्त को शपथ लेंगे इमरान, 4 पार्टियां आई समर्थन को

इमरान खान ने कहा है कि वे 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। रेडियो पाकिस्तान ने इस बात का दावा किया है। माना जा रहा है कि 4 पार्टियां, मुताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), द ग्रेंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए), पीएमएल-कैद (पीएमएल-क्यू) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी समेत निर्दलीय सांसद इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) को समर्थन दे सकते हैं। पीटीआई के पास नेशनल असेंबली की 116, पीएमएल-एन की 64 और पीपीपी के पास 43 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 137 सीटें चाहिए।

वहीं, मजबूत विपक्ष के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने गठबंधन का ऐलान किया है। इससे पहले 2002 के चुनाव के बाद पीएमएल-एन और पीपीपी ने सरकार विरोधी गठबंधन बनाया था। उस दौरान परवेज मुशर्रफ ने तख्तापलट करके जफरुल्ला जमाली को प्रधानमंत्री बनाया था।

छोटी पार्टियों का समर्थन लेंगे

इमरान ने रविवार को ऐलान किया था कि छोटी पार्टियों और निर्दलीयों का समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान ने ये भी कहा था, "48 घंटे में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री का ऐलान कर देंगे। जो भी फैसला होगा वो जनता के हक में होगा। सिंध के अंदरूनी इलाकों में गरीबी को दूर करना सरकार की प्राथमिकता होगी।'' शनिवार को पीटीआई के प्रवक्ता नईमुल हक ने कहा था कि इमरान खान 14 अगस्त को शपथ लेंगे।

साथ आईं दो बड़ी पार्टियां

संसद में इमरान को घेरने के लिए पीएमएल-एन और पीपीपी ने एक साथ आने का ऐलान किया है। इसको लेकर रविवार को दोनों पार्टियों के नेताओं की बैठक हुई थी। पीएमएल-एन के नेता मुशाहिद हुसैन सैयद ने कहा, "दोनों पार्टियों का मानना है कि चुनाव के नतीजे उलट आए। एक तरह से चुनाव को चुरा लिया गया था। अब सरकार को घेरने के लिए हम संयुक्त रणनीति बनाएंगे।'' पीपीपी के नेताओं ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान से बात कर उन्हें इस बात के लिए मनाने की कोशिश की कि वे संसद के बहिष्कार का अपना फैसला बदलें। पीपीपी की नेता शेरी रहमान ने कहा, "पहले भी चुनाव या संसद के बहिष्कार के फैसले का अच्छा अनुभव नहीं रहा। अगर मौलाना संसद में नहीं आएंगे तो ये सरकार को वॉकओवर देने जैसा रहेगा।''