पाकिस्तान में ग्यरहवें आम चुनाव होने जा रहा है। आतंकी खतरे की आशंका के चलते ऐतिहासिक रूप से देशभर में 3.71 लाख सैन्य टुकड़ियां व 16 लाख पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। कुल 85 हजार पोलिंग बूथों पर 10.59 करोड़ पंजीकृत मतदाता मतदान करेंगे। पाकिस्तान के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 3,459 उम्मीदवार नेशनल असेंबली की 272 सीटों के लिए चुनावी मैदान में है जबकि पंजाब, सिंध बलूचिस्तान और खैबर - पख्तूनख्वा प्रांतीय असेंबली की 577 सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस चुनाव मुख्य रूप से तीन पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। ये पार्टियां हैं- नवाज शरीफ की पार्टी- पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और क्रिकेटर से राजनीति में आए इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई)।
पाकिस्तान में आम चुनाव, बैलेट पेपर से ही होंगे। चुनाव सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चलेंगे। पाकिस्तान में वोटिंग वाले दिन ही शाम 6 बजे के बाद पोलिंग बूथ में मौजूद कर्मचारियों को वहीं पर वोटों की गिनती में लगा दिया जाता है। चुनाव नतीजे रात 9 बजे से ही आना शुरू हो सकते हैं, हालांकि आधी रात के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।
मलाला की अपील, पाक चुनाव में मतदान करें महिला मतदातानोबेल पुरस्कार से सम्मानित और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मलाला युसुफजई ने पाकिस्तान की महिला मतदाताओं से बुधवार को होने वाले चुनाव में मतदान करने की अपील की है। मलाला ने एक ट्वीट में पाकिस्तानी नागरिकों से अपील करते हुए कहा, उठें और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जनता खासकर महिलाएं-ताकत आपके हाथों में है। लोकतंत्र की जीत होगी। 21 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक ने हालांकि यह नहीं बताया कि वह मतदान कर रही हैं या नहीं।
1000 कफन की व्यवस्थावहीं सुरक्षा एजेंसियों के सामने बड़े पैमाने पर हिंसा की आशंका सबसे बड़ी चुनौती इसका सबसे बड़ा कारण है चुनाव में कट्टरपंथी और धार्मिक पार्टियों के मैदान में उतरना। इन चुनावों में आतंकवाद के कारण हालात और भी गंभीर हो गए हैं। इस गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले पेशावर में वोटिंग के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए 1000 कफन पहले से तैयार कर लिए गए हैं।
पेशावर के डिप्टी कमिश्नर इमरान हामिद शेख ने समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया, हम शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया की उम्मीद करते हैं लेकिन किसी भी आपात स्थिति का सामना करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने पेशावर में 1000 कफन तैयार करने की पुष्टि की। यहां पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी से निगाह रखी जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों चुनावी रैलियों पर हुए आतंकी हमलों में 175 लोग मारे जा चुके हैं। पाक सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि आतंकवाद के चलते पाक में तालिबान और आईएस आतंकी कभी भी हमला करने की फिराक में हैं। मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और आतंकी सरगना हाफिज सईद ने मिल्ली मुस्लिम लीग पार्टी बनाकर जिन लोगों को चुनाव के लिए संगठित किया था उन्हें पार्टी का रजिस्ट्रेशन न होने की स्थिति में उसने पुरानी पार्टी अल्लाहो अकबर तहरीक (एएटी) से मैदान में उतार दिया है।