
कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के एक युवा अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और खुफिया ब्यूरो (IB) के एक अधिकारी मनीष रंजन की मौत हो गई। लेफ्टिनेंट नरवाल हाल ही में कोच्चि में तैनात थे और तीन दिन पहले ही यानी 19 अप्रैल को उनकी शादी हुई थी। वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने कश्मीर गए थे।
विनय नरवाल हरियाणा के करनाल जिले के सेक्टर 7 के निवासी थे। वे लगभग दो वर्ष पहले नौसेना में भर्ती हुए थे। सोमवार को वह अपनी पत्नी के साथ श्रीनगर पहुंचे और फिर पहलगाम की ओर रवाना हुए। हमले के बाद उनकी पत्नी की अपने शहीद पति के शव के साथ एक तस्वीर सोशल मीडिया पर भावुक कर देने वाली चर्चा का विषय बनी हुई है।
‘हम बस भेलपुरी खा रहे थे...’हमले के क्षणों को याद करते हुए विनय की पत्नी ने कांपती आवाज में कहा, हम बस भेलपुरी खा रहे थे... तभी उसने मेरे पति को गोली मार दी। उन्होंने बताया, बंदूकधारी ने कहा कि मेरे पति मुसलमान नहीं हैं और फिर गोली चला दी।
परिवार के सामने गोली मारी गईहैदराबाद के खुफिया ब्यूरो (IB) में कार्यरत सेक्शन अधिकारी मनीष रंजन भी इस आतंकी हमले में शहीद हो गए। वह अपने परिवार – पत्नी और बच्चों के साथ कश्मीर घूमने गए थे और हमला उनके सामने ही हुआ। वे एक ग्रुप में दूसरे अधिकारियों और उनके परिवारों के साथ पहलगाम की बाइसारन घाटी में मौजूद थे, जहां यह हमला हुआ।
‘प्लीज मेरे पति को बचा लो’हमले के बाद एक और दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया, जिसमें एक महिला अपने पति को बचाने की गुहार लगाती दिखाई देती है। रोते हुए उसकी आवाज गले में अटक जाती है लेकिन वह बार-बार कहती है, प्लीज मेरे पति को बचा लो।
वीडियो में नजर आ रहा व्यक्ति महिला को सांत्वना देने की कोशिश करता है, वहीं पास में दो लोग खून से लथपथ पड़े हैं। एक और क्लिप में एक महिला घायल व्यक्ति के पास बैठकर बार-बार सहायता की गुहार लगाती है – सर, प्लीज... हेल्प बुलाओ।
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारीयह आतंकवादी हमला पहलगाम की उस बाइसारन घाटी में हुआ, जो पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है और जहां तक केवल पैदल या घोड़े के सहारे ही पहुंचा जा सकता है। इस नृशंस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।
राजनीतिक और सामाजिक निंदाइस हमले की कड़ी निंदा पूरे देश से की जा रही है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए इस कायराना आतंकी हमले की निंदा करती हूं, जिसमें एक व्यक्ति की दुखद मौत हुई और कई अन्य घायल हुए हैं। ऐसी हिंसा निंदनीय और अस्वीकार्य है।”