पहलगाम आतंकी हमला: जगुआर, राफेल, 5th जेनरेशन फाइटर जेट्स निकालो...ये जंग की आहट! पूर्व मेजर जनरल बक्शी

जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से पूरे देश में गुस्से और आक्रोश का माहौल है। इस हमले में 26 बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी गई, जिनमें कई पर्यटक भी शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, हमले में पाकिस्तान का कनेक्शन भी हो सकता है, हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्री और अन्य मंत्री इस कनेक्शन से इनकार कर रहे हैं। यह हमला ऐसे समय हुआ जब पाकिस्तानी सेना के प्रमुख आसिम मुनीर ने कश्मीर और 1947 के बंटवारे पर एक विवादास्पद भाषण दिया था, जिसमें वह हिंदुओं के खिलाफ भी बयानबाजी करते हुए नजर आए थे। हमले के बाद, उनके भाषण पर भी काफ़ी चर्चा हो रही है।

इस हमले पर भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी और मेजर जनरल गगन दीप बक्शी का गुस्सा स्पष्ट दिखाई दे रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि भारतीय सेना को अब तैयार रहना चाहिए। जनरल बक्शी ने अपनी बात में यह भी कहा कि यह जंग की आहट है और भारतीय सेना को पूरी तैयारी के साथ आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उनका मानना है कि इस स्थिति से निपटने के लिए भारत को अपने अत्याधुनिक सैन्य उपकरण जैसे जगुआर, राफेल और फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।

जनरल बक्शी ने चीन और बांग्लादेश से भी अलर्ट रहने का आग्रह किया है, खासकर गलवान घाटी और चिकेन नेक क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए। उनका कहना था कि 2020 में गलवान घाटी में चीनी सेना के हमले के बाद से LAC पर स्थिति तनावपूर्ण है और बांग्लादेश की सीमा पर भी पाकिस्तानी सेना की गतिविधियां बढ़ी हैं।

जनरल बक्शी ने इस हमले को जानबूझकर उकसाने और अपमान करने की साजिश बताया और भारत को इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता जताई। उन्होंने पाकिस्तानी हमलावरों को आड़े हाथों लिया और कहा कि ये आतंकवादी मासूम बच्चों और महिलाओं को निशाना बनाते हैं, पर्यटकों की जान लेते हैं और प्रधानमंत्री को चुनौती देते हैं। जनरल बक्शी ने कहा कि यह किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

इस हमले से ठीक छह दिन पहले, पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने 16 अप्रैल को कश्मीर और भारत के बारे में भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की गर्दन की नस बताया और यह दावा किया कि पाकिस्तान अपने कश्मीरी भाईयों को कभी नहीं छोड़ेगा। मुनीर ने पाकिस्तानियों से यह भी कहा कि वे पाकिस्तान के निर्माण के कारणों को समझें और अपने बच्चों को यह बताएं कि पाकिस्तान क्यों बना था। उनका कहना था कि हिंदुओं से अलग हमारे धर्म, रीति-रिवाज, परंपराएं और महत्वाकांक्षाएं थीं, और यही वजह थी कि टू-नेशन थ्योरी का आधार 1947 के बंटवारे में पड़ा।