'ऑपरेशन गंगा': 2 दिनों में 7,400 भारतीयों की होगी वतन वापसी, 10 मार्च तक सभी को निकालने की योजना

रूस के हमलों के बीच यूक्रेन में अब भी कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। सरकार ने यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए अभियान 'ऑपरेशन गंगा' चला रहा है। इस अभियान के तहत अगले 24 घंटो में 18 विमान भारतीयों को लेकर लौटेंगे। शुक्रवार को 3,500 भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। वहीं, शनिवार को 3,900 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। शुक्रवार तड़के और फिर सुबह रोमानिया से भारतीयों को लेकर दो उड़ानें मुंबई पहुंची। रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने यात्रियों का स्वागत किया। वहीं एक अन्य विमान दिल्ली में लैंड हुआ। इससे लौटे यात्रियों का स्वागत केंद्रीय राज्यमंत्री निशीत प्रमाणिक ने किया। इधर, रूस के रास्ते भी भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इसके लिए वायु सेना आई एल-76 विमान का उपयोग करेगी। यह विमान रुस से ही हमें मिला है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि इनमें 3 फ्लाइट भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर की हैं, अन्य कमर्शियल फ्लाइट हैं। इनमें एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट की फ्लाइट शामिल हैं।​ पिछले 24 घंटों के दौरान इस ऑपरेशन के तहत 15 उड़ानों से 3,000 भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है।

मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई है। ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को लाने के लिए सभी फ्लाइटों का चक्कर भी बढ़ा दिया गया है। 10 मार्च तक फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए कुल 80 फ्लाइटों को मिशन में लगाने की योजना है। ये फ्लाइट एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, गो एयर और वायु सेना की हैं। सूत्रों के मुताबिक रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 35 निकासी की योजना बनाई गई है, जिसमें एयर इंडिया की 14 फ्लाइट, एयर इंडिया एक्सप्रेस की 8, इंडिगो की 7, स्पाइस जेट की 1, विस्तारा की 3 और भारतीय वायु सेना की 2 फ्लाइट शामिल हैं।

'ऑपरेशन गंगा' के तहत 2 मार्च तक कुल 24 फ्लाइट भारत आ चुकी हैं। यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने 26 फरवरी को 'ऑपरेशन गंगा' शुरू किया था। भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट 26 फरवरी को मुंबई में लैंड की, जिसे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रिसीव किया था।

प्रधानमंत्री ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए चार मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा है। मोदी सरकार ने सुचारू निकासी की निगरानी के लिए और ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से आने वाले भारतीयों को दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए भी मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है।