
जम्मू और कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकवादियों की संख्या सबसे कम दर्ज की गई है, क्योंकि सरकार ने आतंकवादियों को आतंकवादी गतिविधियों के लिए भारतीय धरती का उपयोग करने से रोकने के लिए कई पहल की हैं।
जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कुल 59 पाकिस्तानी आतंकवादी सक्रिय हैं। केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय स्थानीय आतंकवादियों की संख्या 17 है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र में स्थानीय आतंकवादी सिर्फ 3 हैं और पूरी घाटी में 14 हैं।
सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों की कुल संख्या 59 है, जिनमें से 3 हिजबुल मुजाहिदीन के, 21 जैश-ए-मोहम्मद के और 21 लश्कर-ए-तैयबा के हैं।
वहीं, जम्मू क्षेत्र में सक्रिय स्थानीय आतंकवादियों की संख्या 3 है, जबकि घाटी में सक्रिय स्थानीय आतंकवादियों की संख्या 14 है। सूत्रों ने बताया कि मणिपुर में 16 फरवरी से 7 मार्च के बीच कुल 990 हथियार और 11,526 राउंड गोला-बारूद जमा किए गए।
इसके अलावा, 366 हथगोले, 230 बम और 10 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए हैं।