पंजाब में मंडरा रहा ओमिक्रॉन का खतरा, 4 दिन से लगातार बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या

पंजाब में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई हैं. पंजाब में 29 नवंबर को एक्टिव मरीजों की संख्या 325 थी जो बढ़कर 2 दिसंबर तक 344 हो गई हैं। राज्य में अब 55 मरीज लाइफ सेविंग सपोर्ट पर हैं। पंजाब में ओमिक्रॉन का खतरा ज्यादा दिख है, क्योंकि शादी सीजन में बड़ी संख्या में NRI घर लौटे हैं। अब सेहत विभाग अलर्ट है और इन यात्रियों की मॉनिटरिंग कर रहा है।

ओमिक्रॉन का खतरा भांपते हुए सेहत मंत्रालय संभाल रहे डिप्टी CM ओपी सोनी ने रोजाना 40 हजार टेस्ट करने को कहा था। लेकिन अभी करीब 25 हजार के करीब टेस्ट हो रहे हैं। इससे पहले तक सेहत विभाग रोजाना 16 से 17 हजार टेस्ट कर रहा था।

सेहत विभाग के के मुताबिक, राज्य के 10 जिले ऐसे हैं, जहां कोई नया केस नहीं मिला। इनमें बरनाला, फाजिल्का, फतेहगढ़ साहिब, गुरदासपुर, कपूरथला, मोगा, मुक्तसर, रोपड़, संगरूर और एसबीएस नगर शामिल है। हालांकि NRI बेल्ट माने जाने वाले जालंधर में गुरुवार को 7 नए केस मिले। यहां पॉजिटिविटी रेट भी 0.28% है। लुधियाना और पठानकोट में चार-चार केस, बठिंडा, फिरोजपुर, पटियाला और एसएएस नगर में तीन-तीन, अमृतसर और मानसा में दो-दो, फरीदकोट, होशियारपुर और तरनतारन में एक-एक केस मिले हैं।

कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में संदिग्ध मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाने को कहा है। इसको लेकर सेहत विभाग की हाईलेवल मीटिंग भी हो चुकी है। फिलहाल पंजाब में ओमिक्रॉन वैरिएंट का केस नहीं मिला है।

आपको बता दे, देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 2 केस मिल गए हैं। कर्नाटक के इन दोनों मरीजों की उम्र 46 और 66 साल है। ये 11 और 20 नवंबर को बेंगलुरु आए थे। कोरोना के इस नए वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद सरकार की चिंता और बढ़ गई है।