दुनिया के 77 देशों में फैल चुका है ओमिक्रॉन वैरिएंट, अफ्रीका में एक हफ्ते में 83% बढ़े कोरोना के मरीज

कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) अब तक दुनिया के करीब 77 देशों में फैल चुका है। अपने पूर्ववर्ती डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) से भी ज्यादा संक्रामक बताए जाए रहे इस वैरिएंट के केस अमेरिका के 35 राज्यों में मिल चुके हैं। भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल मामले बढ़कर 73 हो गए है। दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना के नए केस डराने लगे हैं। यहां बुधवार को एक दिन में 26 हजार 976 केस सामने आए हैं। इससे पहले यहां तीसरी लहर के दौरान जुलाई में 26 हजार 485 संक्रमित मिले थे। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में ही कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन पहली बार मिला था। नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है।

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी आशंका जाहिर की है कि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दुनिया में हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों की संख्या में इजाफा हो सकता है। एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक देश में ओमिक्रॉन की वजह से अगले महीने तक नई लहर आने की आशंका है।

वहीं यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बुधवार को कहा कि मध्य जनवरी तक यूरोप में ओमिक्रॉन प्रभावी वैरिएंट बन सकता है। इस वक्त यूरोप में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट ही प्रभावी है।

दूसरी तरफ चीन में भी इस सप्ताह ओमिक्रॉन के मामले मिलना शुरू हो गए हैं। WHO के अधिकारियों का कहना है कि ओमिक्रॉन के कारण अफ्रीका में बीते सप्ताह में कोरोना मामलों में 83% की बढ़ोतरी देखी गई है।

ओमिक्रॉन को लेकर हुई अब तक की रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इससे डेल्टा की तुलना में कम गंभीर संक्रमण होता है। लेकिन इसकी संक्रामक क्षमता चिंताजनक है। इसके अलावा ये वैरिएंट प्रतिरोधक क्षमता को भी चकमा देने में सक्षम बताया जा रहा है। यही कारण है कि दुनिया के कई एक्सपर्ट्स कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज की हिमायत कर रहे हैं।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि वैक्सीन के दो डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ पर्याप्त कारगर नहीं है। स्टडी में तीसरे या बूस्टर डोज की वकालत की गई है। यूनाइटेड किंगडम में लोगों को वैक्सीन का बूस्टर डोज लेने की छूट भी दी जा चुकी है।

वहीं अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइज़र ने दावा किया है कि उसकी एंटी-वायरल दवा ओमिक्रॉन के खिलाफ भी 90% तक कारगर है। यानी इस एंटी-वायरल दवा के इस्तेमाल के बाद संक्रमित व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने या फिर मौत का खतरा 90% तक कम हो जाता है।

अमेरिका के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फॉसी ने बुधवार को कहा कि मौजूदा बूस्टर शॉट्स ओमिक्रॉन के खिलाफ भी काम करेंगे। नए वैरिएंट के लिए अलग से बूस्टर डोज तैयार करने की जरूरत नहीं है। फॉसी ने कहा कि फाइजर और बायोएनटेक के दो डोज इस वैरिएंट के खिलाफ काफी सुरक्षा प्रदान करता है।

यूरोप में तेजी से फैल रहा ओमिक्रोन

आपको बता दे, ब्रिटेन और 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ में कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इस क्षेत्र में डेल्टा वैरिएंट पहले से ही कहर ढा रहा है। इसके परिणाम स्वरूप ब्रिटेन में बुधवार को कोरोना संक्रमण के रिकार्ड 78 हजार 610 नए मामले सामने आए। इससे पहले 8 जनवरी को सबसे ज्यादा 68,053 केस मिले थे। फ्रांस में भी 65,713 नए मामले मिले हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधनम घेब्रेयेसस ने कहा कि सिर्फ वैक्सीन ही कोरोना से नहीं बचा सकती। कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनना, शारीरिक दूरी बनाए रखना और कुछ-कुछ अंतराल पर अच्छे से हाथ धोते रहना जरूरी है।