महिलाओं के मुकाबले ज्‍यादा देर तक खाते हैं भारतीय पुरुष, सोने में औरतें आगे: सर्वे

लोगों की दिनचर्या क्या रहती है, कितना समय वह खाने में लगाते है, कितनी देर सोते है, धर्म- कर्म में कितना समय व्यतीत करते है। एक सर्वे में इस बात का पता चला है। नैशनल स्‍टैटिस्टिकल ऑफ‍िस (NSO) के टाइम यूज सर्वे (TUS) में इस बात के बारे में पता चला है। जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 के बीच देशभर के 5,947 गांवों और 3,998 शहरी ब्‍लॉकों में यह सर्वे हुआ है। इसमें कुल 1,38,799 घरों (ग्रामीण - 82,897, शहरी- 55,902) से उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा गया। कुल 4,47,250 लोगों से सवाल-जवाब हुए।

पुरुषों के मुकाबले महिलाएं कम समय में खाना खाती है

सर्वे में सामने आया है कि जब खाने-पीने की बात आती है तो ग्रामीण इलाकों के पुरुष महिलाओं से करीब 10 मिनट ज्‍यादा लेते हैं। महिलाएं जहां दिन के 94 मिनट खाने-पीने में लगाती हैं जबकि पुरुष 103 मिनट लेते हैं। शहरों में भी यही ट्रेंड है। पुरुष 101 मिनट लेते हैं जबकि महिलाएं दिनभर में 97 मिनट खाने-पीने पर देती हैं।

महिलाएं थोड़ी ज्‍यादा देर तक सोती है

नींद की बात करें तो सर्वे में सामने आया है कि महिलाएं थोड़ी ज्‍यादा देर तक सोती हैं। शहरी इलाकों में 24 घंटे के भीतर पुरुष जहां 534 मिनट नींद लेते हैं, वहीं महिलाएं 552 मिनट सोती हैं। ग्रामीण इलाकों में यह अंतर थोड़ा कम हो जाता है। वहां पुरुष 554 मिनट सोते हैं जबकि महिलाएं 552 मिनट।

महिलाओं पर घर के काम का ज्‍यादा बोझ

सर्वे में सामने आया है कि घर के कामों का महिलाओं पर ज्यादा बोझ रहता है और घर के अन्‍य सदस्‍यों की देखभाल करने के लिए उन्हें ज्यादा वक्‍त देना पड़ता है। शहरी इलाकों में परिवार के काम-काज के लिए महिलाएं जहां 293 मिनट देती हैं, पुरुष सिर्फ 94 मिनट ही निकाल पाते हैं। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को दिन में 301 मिनट घर के कामों में लगे रहना होता है जबकि पुरुष केवल 98 मिनट ऐसे काम करते हैं। घरवालों का खयाल रखने में भी महिलाएं ज्‍यादा वक्‍त देती हैं। ग्रामीण इलाकों में महिलाएं जहां 138 मिनट देती हैं, वहीं पुरुष केवल 75 मिनट। शहरी इलाकों में महिलाएं दिन में 132 मिनट घरवालों का ध्‍यान रखने में बिताती हैं जबकि पुरुष केवल 77 मिनट।

कल्‍चर, मास मीडिया और स्‍पोर्ट्स को करीब 3 घंटे देते हैं भारतीय

सर्वे के अनुसार, कल्‍चर, मास मीडिया और स्‍पोर्ट्स में भारतीय औसतन 165 मिनट देते हैं। ग्रामीण इलाकों में पुरुष ऐसी गतिविधियों पर 162 मिनट खर्च करते हैं जबकि महिलाएं 157 मिनट। शहरी इलाकों में पुरुष 171 मिनट इन बातों में लगाते हैं जबकि महिलाएं 181 मिनट देती हैं।

सामाजिक कार्यों में जाते हैं ढाई घंटे

सर्वे के अनुसार, 6 साल या उससे ज्‍यादा उम्र के लोग सामाजिक कार्यों, सामूहिक और धार्मिक गतिविधियों में औसतन रोज करीब 143 मिनट लगाते हैं। ग्रामीण इलाकों में पुरुष ऐसी गतिविधियों पर 151 मिनट देते हैं जब‍कि महिलाएं 139 मिनट।

आपको बता दे, अपनी तरह के इस अनूठे सर्वे का मकसद था ग्रामीण और शहरी इलाकों में पेड या अनपेड ऐक्टिविटीज में बिताए जाने वाले समय का पता लगाना। सरकार को इससे नीतियां निर्धारित करने में खासी मदद मिलेगी।