कड़ाके की ठंड से कांपा उत्तर भारत, राजस्थान के बीकानेर-सीकर में जमाव बिंदु तक पहुंचा पारा, बारिश का अलर्ट

जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान के बीकानेर और सीकर में पारा जमाव बिंदु तक पहुंच चुका है। दोनों ही जिलों में जबरदस्त शीतलहर चल रही है। ठंड के चलते यहां जनजीवन ठप हो गया है। यहां किसानों के लिए भी बड़ी परेशानी खड़ी हो चुकी हैं, क्योंकि रबी का सीजन चल रहा है।

वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड से आम लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार समेत नार्थ इंडिया में सुबह-शाम के अलावा रात का पारा काफी नीचे गिर गया है। पूरे दिन धुंध और कोहरे के चलते विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। कम विजिबिलिटी की वजह से ट्रेनों, वायुयानों के आवागमन में भी प्रभाव पड़ा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी ऐसे हालात कुछ दिन और रहेंगे।

राजस्थान के बीकानेर-सीकर में जमाव बिंदु तक पहुंचा पारा, बारिश का अलर्ट

राजस्थान के ज्यादातर जिले अति घने कोहरे की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि कोहरे का असर अभी जारी रहने वाला है। पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी राजस्थान के जिलों में अति घना कोहरा देखने को मिल रहा है, जिसमें विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई है। शीतलहर के चलते सर्दी का असर मौजूदा न्यूनतम तापमान से भी ज्यादा महसूस हो रहा है।

सीकर में दिन के अधिकतम तापमान में भी सबसे ज्यादा 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जिससे शीतलहर का असर और बढ़ गया है। ज्यादातर जिलों में दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। दिन और रात दोनों ही ठंडे हो गए हैं। अगले दो दिनों में पूर्वी राजस्थान के लिए बारिश की चेतावनी भी जारी कर दी है। इनमें कोटा, उदयपुर, अजमेर और भरतपुर संभागों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू, जयपुर, धौलपुर, भरतपुर और अलवर में अति घना कोहरा देखने को मिल रहा है।

नई दिल्ली में बिजली की मांग टॉप पर 5,559 मेगावाट तक पहुंची

दिल्ली-एनसीआर में पिछले दो दिन से धूप नहीं निकल रही है। ठंडी हवाओं के चलते गलन बढ़ गई है। दिल्ली में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज होने के साथ, शहर की बिजली की मांग सर्दियों में अब तक के उच्चतम शिखर 5,559 मेगावाट पर पहुंच गई। यह पिछले साल 6 जनवरी को दर्ज किए गए 5,526 मेगावाट के रिकॉर्ड को पार कर गई।

शुक्रवार रहा सबसे ‘ठंडा दिन’, शनिवार भी रहने का अनुमान

दिल्ली में शुक्रवार को ‘ठंडा दिन’ दर्ज किया गया, अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस था, जो साल के इस समय के लिए सामान्य से पांच डिग्री कम था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ‘ठंडा दिन’ तब रिकॉर्ड करता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री कम होता है। शुक्रवार तड़के न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है।

आया नगर स्थित मौसम केंद्र जैसे शहर के कुछ हिस्सों में शुक्रवार सुबह घना कोहरा दर्ज किया गया, जिससे स्टेशन पर दृश्यता गिरकर लगभग 50 मीटर हो गई। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में शनिवार को भी ‘कोल्ड डे’ की स्थिति बनी रहेगी, जब अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बारिश और हवाओं के असर ने गलन को काफी बढ़ा दिया है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज, मिर्जापुर समेत कई शहरों में सुबह हल्की बूंदाबांदी से लोगों को काफी परेशानी हुई। हालांकि किसानों ने इसे गेंहूं की फसल के लिए अच्छा बताया। आंतरिक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, कर्नाटक और हिमालय में हल्की बारिश संभव है।