'किसी का बाप भी नहीं कर सकता गिरफ्तार', बाबा रामदेव के इस बयान पर TMC नेता महुआ मोइत्रा ने ली चुटकी, कही ये बात

एलोपैथी के इलाज पर टिप्पणी करने वाले योगगुरू बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के महासचिव डॉ. जयेश लेले ने रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। ये शिकायत दिल्ली के आईपी एस्टेट थाने में दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया है कि रामदेव कोरोना के इलाज को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, जो एक अपराध है। इस बीच बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाबा यह कहते हुए नजर आ रहे है कि किसी के बाप में दम नहीं जो बाबा रामदेव को गिरफ्तार कर सके। रामदेव कहते हैं कि उन्हें बदनाम करने के लिए कई तरह के ट्रेंड सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे हैं, लेकिन इस तरह की किसी घटना से उन्हें कोई प्रभाव नही पड़ता। हालाकि, उनके इस बयान पर सियासत गर्मा गई है। तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा ने रामदेव और सरकार को घेरा है। मोइत्रा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि स्वामी रामदेव को गिरफ्तार तो किसी का बाप भी नहीं कर सकता। भाई और बाप तो विपक्ष को गिरफ्तार करने में व्यस्त हैं।

मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा कि बाबा रामदेव को किसी का बाप भी गिरफ्तार नहीं कर सकता है क्योंकि भाई और बाप तो विपक्ष को गिरफ्तार करने में व्यस्त हैं। हालांकि, महुआ मोइत्रा ने अपने ट्वीट में सरकार का जिक्र नहीं किया, लेकिन उनके ट्वीट को हाल ही में नारदा केस में हुई टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी से जोड़कर देखा जा रहा है।

आपको बता दे, एलोपैथ को स्टूपिड साइंस बताने के बाद रामदेव को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की तरफ से मानहानि का नोटिस भेजने की खबर आने के थोड़ी देर बाद ही सोशल मीडिया पर 'अरेस्ट बाबा रामदेव' ट्रेंड करने लगा।

रामदेव पर दर्ज हो राजद्रोह का मामला- IMA

आपको बता दे, IMA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि कोरोना के उपचार के लिए सरकार के प्रोटोकॉल को चुनौती देने और टीकाकरण पर कथित दुष्प्रचार वाला अभियान चलाने के लिए योगगुरु रामदेव पर तत्काल राजद्रोह के आरोपों के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। आईएमए ने रामदेव को मानहानि का नोटिस भी भेजा है। संघ ने उनसे 15 दिन के अंदर माफी मांगने को कहा है और ऐसा नहीं होने पर वह उनसे 1000 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति राशि मांगेगा।