अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों के लिए कोई क्रांतिकारी योजना नहीं: खड़गे

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को केंद्रीय बजट को 'नकल' करार दिया और आरोप लगाया कि यह देश की प्रगति के लिए नहीं बल्कि मोदी सरकार को बचाने के लिए है।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 के लिए बजट पेश किया, जो उनका लगातार सातवां बजट है, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान यह पहला बजट था।

एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने कहा, मोदी सरकार का 'नकल बजट' कांग्रेस के न्याय पत्र की भी ठीक से नकल नहीं कर सका! मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन सहयोगियों को ठगने के लिए आधे-अधूरे 'रेवड़ियां' बांट रहा है ताकि एनडीए बच जाए।

उन्होंने कहा, यह 'देश की प्रगति' का बजट नहीं है, यह 'मोदी सरकार बचाओ' का बजट है! उन्होंने कहा कि 10 वर्षों के बाद युवाओं के लिए सीमित घोषणाएं की गई हैं, जो प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों के नारे का खामियाजा भुगत रहे हैं।

खड़गे ने पोस्ट में कहा, किसानों के लिए केवल सतही बातें की गई हैं - डेढ़ गुना एमएसपी और आय दोगुनी करना - ये सब चुनावी धोखाधड़ी साबित हुई! इस सरकार का ग्रामीण मजदूरी बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों, मध्यम वर्ग और ग्रामीण गरीबों के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार द्वारा लागू की गई योजना जैसी कोई क्रांतिकारी योजना नहीं है। 'गरीब' शब्द सिर्फ खुद को ब्रांड करने का जरिया बन गया है, इसमें कुछ भी ठोस नहीं है!

उन्होंने कहा, इस बजट में महिलाओं के लिए ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे उनकी आर्थिक क्षमता बढ़े और वे कार्यबल में अधिक से अधिक भाग ले सकें।

इसके विपरीत, सरकार बढ़ती महंगाई पर अपनी पीठ थपथपा रही है, उन्होंने आरोप लगाया कि वह लोगों की मेहनत की कमाई लूट रही है और उसे अपने पूंजीवादी मित्रों में बांट रही है।

उन्होंने कहा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, जन कल्याण और आदिवासियों पर बजट आवंटन से कम पैसा खर्च किया गया है क्योंकि ये भाजपा की प्राथमिकताएं नहीं हैं। इसी तरह पूंजीगत व्यय पर 1 लाख करोड़ रुपये कम खर्च किए गए हैं, तो नौकरियां कैसे बढ़ेंगी?

खड़गे ने कहा कि शहरी विकास, ग्रामीण विकास, बुनियादी ढांचा, विनिर्माण, एमएसएमई, निवेश, ईवी योजना पर केवल दस्तावेज, नीति, विजन और समीक्षा की बात हुई है, लेकिन कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है।

खड़गे ने कहा, हर दिन रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं, ट्रेनें बंद कर दी गई हैं, डिब्बों की संख्या कम कर दी गई है, आम यात्री परेशान हैं, लेकिन बजट में रेलवे के बारे में कुछ नहीं कहा गया, कोई जवाबदेही नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि जनगणना और जाति जनगणना का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह पाँचवाँ बजट था जो बिना जनगणना के पेश किया गया। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, यह एक चौंकाने वाली और अभूतपूर्व विफलता है - जो लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है!

उन्होंने कहा, 20 मई 2024 को चुनाव के दौरान मोदी जी ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि 'हमारे पास पहले से ही 100 दिन की कार्ययोजना है'...जब दो महीने पहले कार्ययोजना थी, तो उन्हें कम से कम बजट में इसका उल्लेख तो करना चाहिए था! खड़गे ने आरोप लगाया, बजट में कोई योजना नहीं है और भाजपा केवल जनता को धोखा देने में लगी हुई है।