राजस्थान : पहली बार जब किसी भी शिक्षक को नहीं मिलेगी 17 सीसीए की चार्जशीट, परीक्षा परिणाम रहा हैं 90% से अधिक

12वीं का बोर्ड परीक्षा परिणाम निर्धारित मापदंड से कम रहने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से हर साल संस्थाप्रधान और शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाते हैं। विषय व्याख्याताओं को 70% से कम रिजल्ट रहने पर नोटिस दिए जाते हैं। जबकि संस्था प्रधान को कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 60% या उससे कम रहने पर नोटिस जारी किया जाता है। लेकिन इस बार शिक्षा सत्र 2020-21 में 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम तीनों ही स्ट्रीम में 90% से अधिक रहा है। इसके चलते शिक्षा विभाग में यह पहली बार होगा कि रिजल्ट को लेकर किसी भी लेक्चरर को 17 सीसीए की चार्जशीट नोटिस जारी नहीं किए जाएंगे।

शिक्षा सत्र 2019-20 में 982 लेक्चरर और 129 प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। शिक्षा सत्र 2019-20 में 982 व्याख्याता और शिक्षा सत्र 2018-19 में 540 विषय व्याख्याताओं का परीक्षा परिणाम निर्धारित मापदंड से कम रहने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। शिक्षा विभाग ने कम परीक्षा परिणाम को लेकर मापदंड निर्धारित कर रखा है। नोटिस के जवाब में यदि संबंधित शिक्षक और संस्था प्रधान संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तो उनके खिलाफ 17 सीसीए में कार्रवाई होती है। इसके तहत उनका एक इंक्रीमेंट या प्रमोशन भी रुक सकता है। आमतौर पर शिक्षा निदेशालय की ओर से अक्टूबर-नवंबर में नोटिस की तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं, लेकिन इस बार इस तरह की कोई तैयारी निदेशालय स्तर पर नहीं की जा रही है।