बिहार में जिस तेजी से नीतीश सरकार ने शराबबंदी लागू की थी, उसके मुकाबले परिणाम देखने को नहीं मिले। लेकिन इस प्रतिबंध के बावजूद राज्य में शराब की कालाबाजारी जारी है। इस वजह से अब सरकार ने फैसला किया है कि शराबबंदी योजना को सफल बनाने के लिए कुत्तों का सहारा लेगी।
दरअसल, बिहार में शराब का अवैध भंडारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के उद्देश्य से राज्य सरकार की तेलंगाना से 20 विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्ते को लाने की योजना है जो सूंघ कर शराब का पता लगायेंगे।
बिहार के अपराध अनुसंधान शाखा (सीआईडी) के अपर पुलिस महानिरीक्षक विनय कुमार ने बताया कि 'स्निफर डॉग की ट्रेनिंग मार्च 2019 तक पूरी हो जाएगी। इस दौरान वह इतने परिपक्व हो जाएंगे कि वह शराब को दूर से ही सूंघ लेंगे। हमने सभी को आईआईटीए में ट्रेनिंग के लिए भेज दिया है। जब इनकी ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी तो यह बिहार पुलिस ज्वॉइन करेंगे।'
उन्होंने बताया कि शराब की गंध को सूंघकर पहचान कर पाने वाले ऐसे 20 प्रशिक्षित कुत्तों को बिहार के चारों पुलिस जोन पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में वितरित किया जाएगा। विनय ने बताया कि अगर यह शुरूआती परियोजना सफल होती है तो तेलंगाना से और भी ऐसे कुत्ते मंगाये जायेंगे।