शेहला रशीद ने गडकरी और RSS पर लगाए पीएम की हत्या की साजिश का आरोप, मंत्री ने दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

ट्वीट कर जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश रचने में शामिल होने का आरोप लगाया है। शेहला रशीद के इस ट्वीट के बाद तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना भी की। वही कुछ ही देर बाद इस ट्वीट पर नितिन गडकरी ने आपत्ति जताते हुए मामले में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। गडकरी ने शेहला का नाम लिए बिना ट्वीट करते हुए लिखा, "मैं उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं, जिन्होंने मुझ पर प्रधानमंत्री मोदी को डराने के लिए हो रही हत्या की साजिश के मामले को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।"

बता दे, शेहला रशीद ने ट्वीट करते हुए लिखा- पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह नितिन गडकरी और आरएसएस मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। इनको देखो, उसके बाद मुसलमानों और कम्युनिस्टों पर आरोप लगाओ और फिर मुस्लिमों की हत्या करो।

गडकरी के कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी के बाद शेहला ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के नेता व्यंगात्मक ट्वीट पर कार्रवाई की धमकी दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 8 जून को महाराष्ट्र के पुणे से हुई पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद एक चौंकाने वाली बात सामने आई थी। इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को एक आरोपी के घर से एक ऐसी चिट्ठी मिली थी, जिसमें राजीव गांधी की हत्या जैसी योजना का जिक्र किया गया था।

इस चिट्ठी में लिखा था, "मोदी राज में बीजेपी 15 राज्यों में अपनी सरकार बनाने में सफल हो गई है। यदि ऐसा ही वह बढ़ते रहे तो सभी मोर्चों पर पार्टी के लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है। कॉमरेड किशन और कुछ दूसरे वरिष्ठ कॉमरेड्स ने मोदी राज को खत्म करने के लिए कुछ मजबूत कदम भी सुझाए हैं। हम सभी राजीव गांधी जैसे हत्याकांड पर विचार कर रहे हैं।

यह आत्मघाती जैसा अभी प्रतीत हो रहा है और इस बात की भी अधिक संभावनाएं हैं कि हम अपने इस प्रयास में असफल हो जाएं, लेकिन हमें लगता है कि पार्टी हमारे प्रस्ताव पर विचार करे। उन्हें रोड शो में टारगेट करना एक असरदार रणनीति हो सकती है। हमें लगता है कि पार्टी का अस्तित्व किसी भी त्याग से ऊपर है। बाकी अगले पत्र में।"