ये कैसी अमानवीयता : गड्‌डे में मिला नवजात का शव, लिपटा था रुई और अखबार में

शहर में शुक्रवार को अमानवीयता का एक ऐसा नजारा देखने को मिला जो सोच से भी परे हैं। पिपराली रोड स्थित पावर हाउस के पास एक नवजात का शव गड्‌डे में मिला जो कि रुई और अखबार में लिपटा हुआ था। एक साल में सीकर शहर में नवजात बच्ची को फेंकने की यह 5वीं घटना है। उद्योग नगर थाना पुलिस ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करवा नगर परिषद के जरिये अंतिम संस्कार करवा दिया। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची का जन्म 8 से 10 घंटे पहले हुआ है। बच्ची आठ माह (32 सप्ताह) के बाद जन्मी है। नवजात की नाल पर क्लेम्प लगी हुई थी। बच्ची के रूई में लपेट रखा था जो कि अक्सर अस्पताल में डिलीवरी के तुरंत बाद लपेटते हैं। पूरी संभावना है कि बच्ची का संस्थागत हॉस्पिटल में प्रसव हुआ है या फिर किसी ट्रेंड नर्सिंग स्टाफ या चिकित्सक ने डिलीवरी करवाई है।

उद्योग नगर थाना से एएसआई धनसिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 9:30 पिपराली सर्किल से 100 फीट की दूर पावर हाउस के पास नवजात का शव पड़ा होने की सूचना मिली। वे मौके पर पहुंचे तो 30-40 लोग जमा थे। बिजली ग्रिड के पास खड्‌डे में कचरा पड़ा था इसी कचरे पर बच्ची का शव रुई व अखबार में लिपटा हुआ मिला। शिवसिंहपुरा ग्राम पंचायत के सरपंच महावीर प्रसाद सैनी से रिपोर्ट लेकर तुरंत नवजात के शव को 108 एंबुलेंस से एसके अस्पताल लेकर आए। शव का पोस्टमार्टम करवाया। एएसआई धनसिंह ने बताया कि नवजात को सुबह ही छोड़ा गया है। रात को छोड़कर जाते तो कुत्ते नहीं छोड़ते और कई घंटे तक बॉडी पड़ी रहने से चीटियां भी लग जाती हैं। मामले की जांच के लिए आसपास के सीसीटीवी खंगालेंगे। 150 फीट की दूरी पर ही बंजारा समाज के लोग डेरा डालकर रहते हैं उनकी भी मदद लेंगे। इसके साथ ही शहर के प्रमुख अस्पतालों का दो दिन का डिलीवरी का रिकॉर्ड लेंगे।