अगले 15 दिन में दिल्ली और महाराष्ट्र में होंगे दो बड़े राजनीतिक विस्फोट, NCP प्रमुख की बेटी सुप्रिया सुले का बड़ा दावा

महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने बडा बयान दिया है। सुले ने दावा किया है कि अगले पंद्रह दिन मे दो बड़े राजनीतिक विस्फोट होने वाले हैं। सुप्रिया ने कहा कि एक विस्फोट दिल्ली में होगा तो दूसरा विस्फोट महाराष्ट्र में होगा। हालांकि, यह विस्फोट कैसा होगा इस बारे में उन्होंने ज्यादा बात नहीं की है। फ़िलहाल उनके बयान के बाद एकबार फिर से राज्य का सियासी पारा चढ़ गया है। सुप्रिया का यह बयान ऐसे समय में आया है जब नेता प्रतिपक्ष अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

' गॉसिप के लिए समय नहीं'


सुले के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक में कयासों का दौर शुरू हो गया है। सुप्रिया से जब पूछा गया कि अजीत दादा कहां हैं? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'आप सभी चैनल वाले एक यूनिट अजित दादा के पीछे लगा लें। प्रदेश में कई समस्याएं हैं, राज्य में गलत तरीके से काम हो रहा है, एक कार्यक्रम रद्द करने से ऐसा कुछ नहीं होगा।' अजीत दादा बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं? इस सवाल पर उन्होने कहा, 'यह बात दादा से पूछो, मेरे पास गॉसिप के लिए समय नहीं है, जनप्रतिनिधि के रूप में मेरे पास बहुत काम है, इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन मेहनत करने वाला नेता हो तो अजीत दादा को हर कोई चाहेगा, इसलिए इस तरह के बयान दिए जाते हैं।'

आपको बता दे, NCP सुप्रीमो शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले की कुछ दिन पहले पुणे में हुई एक रैली में अजित पवार शामिल नहीं हुए। इसके बाद उनके बीजेपी में जाने की अटकलें और तेज हो गई। साथ ही उद्धव गुट के नेता के दावे के बाद भी ये अटकलें तेज हो गई हैं कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

अजित पवार नाराज नहीं हैं: सुप्रिया सुले

इसके बाद सुप्रिया सुले ने मीडिया से कहा कि अजित पवार नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि छत्रपति संभाजी नगर में महा विकास अघाड़ी (MVA) की बैठक में जयंत पाटिल का भाषण नहीं हुआ। इसका मतलब ये नहीं है कि वह नाराज हैं।

सुप्रिया ने कहा कि यह पहले से ही तय था कि एमवीए की हर रैली में केवल दो लोग ही बोलेंगे। ठीक इसी तरह से ये सब अफवाहें हैं कि अजित पवार नाराज हैं। सुले ने कहा कि केवल उन्हीं पेड़ों पर पत्थर मारे जाते हैं जिनमें अधिक फल लगते हैं।

अजित के BJP में जाने की अटकलें क्यों?

एनसीपी चीफ शरद पवार ने हाल ही में कांग्रेस के अडानी मामले में JPC की मांग को खारिज कर दिया था। इसके बाद उनके भतीजे अजित पवार ने पीएम मोदी के करिश्मे की तारीफ कर दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने EVM पर भी भरोसा जताया था। उन्होंने कहा था, मुझे ईवीएम पर पूरा भरोसा है। कोई एक व्यक्ति ईवीएम में हेरफेर नहीं कर सकता है, यह एक बड़ी प्रणाली है। हारने वाली पार्टी ईवीएम को दोष देती है, लेकिन यह लोगों का जनादेश है। उन्होंने कहा था कि जिस पार्टी के केवल दो सांसद थे, उसने पीएम मोदी के नेतृत्व में साल 2014 में जनादेश से सरकार बनाई और देश के दूर-दराज वाले इलाकों में पहुंच गई तो क्या ये मोदी का करिश्मा नहीं है?

एनडीए में शामिल होगी एनसीपी!

दरअसल, लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही महाराष्ट्र में भी समीकरण तेजी से बदलते दिख रहे हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत विभिन्न विपक्षी दल रणनीति के तहत जहां एक और मोदी सरकार को घेरने में जुटे हैं। वहीं, इन सबके बीच शरद पवार ने विपक्ष के मुद्दों पर ही अख्तियार रुख अपना लिया है। उन्होंने पिछले पिछले दिनों सावरकर, अडानी, पीएम की फर्जी डिग्री मामले पर बीजेपी को राहत देने वाले बयान दिए। शरद पवार के बयान को विपक्षी एकजुटता के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

बता दे, सांसद सुप्रिया सुले के बयान के बाद एकबार फिर से राज्य का सियासी पारा चढ़ गया है। हर कोई इस बयान के मायने निकालने में लगा हुआ है। वैसे जिन दो विस्फोट की बात सुले ने कही है उसमें एक सुप्रीम कोर्ट का फैसला हो सकता है। जिसका बेसब्री से महाराष्ट्र की जनता और सियासतदान इंतज़ार कर रहे हैं। जबकि दूसरा विस्फोट यह हो सकता है कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन या फिर एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।