अस्पताल से भाग रहे कोरोना वायरस संक्रमित, नवी मुंबई में 11 गायब

एक तरह जहां दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है, वहीं दूसरी तरफ भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के अस्पताल से भागने की खबरे सामने आ रही है। दरअसल, कोरोना वायरस के मरीज इलाज कराने की बजाय अस्पताल से भाग जा रहे हैं। नवी मुंबई में कोरोना वायरस के 11 संदिग्ध मरीज सरकारी अस्पताल से भाग गए। उनके टेस्ट की रिपोर्ट अभी आना बाकी थी। सभी को आइसोलेशन में रखा गया गया। महाराष्ट्र में संदिग्ध मरीजों के फरार होने की यह तीसरी घटना है।

इससे पहले महाराष्ट्र के नागपुर में अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के पांच संदिग्ध मरीजों के भागने की खबर सामने आई थी। नागपुर के इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायो) से कोरोना वायरस के 5 संदिग्ध भाग गए। इन सभी को संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 112 मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 32 महाराष्ट्र से ही हैं। अच्छी बात ये है कि 13 लोग अभी तक ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के 95 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए। स्वास्थ्य विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा, 'महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। वह रूस और कजाखस्तान की यात्रा करके लौटी थी। उसे औरंगाबाद में धूत अस्पताल में पृथक रखा गया है।'

मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कुल 110 संक्रमित लोगों में 17 विदेशी हैं। इनमें 16 इतालवी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि 93 संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 4,000 से अधिक लोगों की पहचान की गई है और उनका पता लगाया जा रहा है, जबकि देश भर में 42,000 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सामुदायिक निगरानी, पृथक केंद्र, पृथक वार्ड, पर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), प्रशिक्षित कर्मचारी, त्वरित प्रतिक्रिया दल जैसी सभी आवश्यक सुविधाओं को और मजबूत किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 30 हवाई अड्डों पर 12,76,046 यात्रियों की जांच की जा चुकी है।

आपको बता दे, कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में अबतक 6000 से अधिक मौत हो गई हैं। दुनिया के 134 देशों में फैल चुका कोरोना वायरस ने तकरीबन 160,564 लोगों को अपने चपेट में ले लिया है। पूरी दुनिया में 75,959 लोग इस बीमारी से लड़कर बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं और अपने घर वापस जा चुके हैं। अगर मौजूदा संक्रमित केसों की बात की जाए तो दुनियाभर में अब भी 78,643 लोग इलाज करा रहे हैं। अगर सकारात्मक तौर पर देखा जाए तो करीब 72,989 लोग यानी करीब 93 प्रतिशत को मामूली परेशानियां हो रही हैं। यानी इन्हें आइसोलेट तो किया गया है लेकिन इलाज के लिए हल्की-फुल्की दवाओं की ही आवश्यकता पड़ रही है। वहीं 5,654 लोग ही गंभीर रूप से बीमार हैं। इनमें ज्यादातर उम्रदराज या ऐसे लोग हैं जिन्हें पहले से ही अन्य बीमारियों ने जकड़ रखा था।