अलवर : आन्दोलन में 3 दिन का अनशन करने वाले किसान नेता रामपाल जाट अस्पताल में भर्ती

देशभर के किसान सरकार से कृषि बिल को वापस लेने की मांग को लेकर करीब 1 महीने से आन्दोलन कर रहे हैं। 2 दिसंबर से शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर किसान पड़ाव डाले बैठे हैं। बीते दिनों किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने 3 दिन का अनशन पूरा किया था जो कि बुधवार को ही संपन्न हुआ था। लेकिन इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती किया गया है। अनशन के अगले दिन गुरुवार सुबह रामपाल जाट की तबीयत नरम पड़ गई। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों को दिखाया। जयपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने रामपाल जाट को अस्पताल में भर्ती कर लिया। जयपुर के मुताबिक रामपाल जाट का बीपी हाई है। फिलहाल डॉक्टरों ने उसे बेड रेस्ट की सलाह दी है।

किसान आंदोलन कारियों ने बैरियर तोड़े

गुरुवार दोपहर को शाजापुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने हरियाणा पुलिस की ओर से लगाए हुए बैरियर तोड़ दिए। काफी किसान बैरियर तोड़कर हरियाणा सीमा में आगे निकल गए। लेकिन इसके बाद हरियाणा पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस छोड़ कर किसानों को काबू में किया। हालांकि बाद में किसान नेताओं ने बयान जारी किया कि वे पूरी तरह से शांतिपूर्वक ही आंदोलन करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार जो किसान बॉर्डर से आगे निकले हैं उनको भी आगे हरियाणा पुलिस ने रोक दिया।

2 दिसंबर से आंदोलन कर रहे किसान

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर किसान महापंचायत की ओर से सबसे पहले 2 दिसंबर से पड़ाव डाला गया था। किसानों ने शाजापुर के पास गिलोट में पड़ाव डाला। इसके बाद 12 दिसंबर से किसान शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर नेशनल हाईवे पर आ गए। उसके बाद से लगातार हाईवे की एक लाइन पर किसानों का आंदोलन जारी रहा। लेकिन, 25 दिसंबर की शाम को हरियाणा पुलिस ने नेशनल हाईवे 48 की दूसरी लेन पर बैरियर लगा दिए। इसके बाद 25 दिसंबर से हरियाणा बॉर्डर लगातार बंद है। मतलब 12 दिसंबर से दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हैं। केवल सर्विस लेन चालू है। सर्विस लेन भी सिर्फ आस-पास के गांव की सहूलियत के लिए खुला हुआ है।