यूपी के बागपत जेल में सोमवार सुबह कुख्यात डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में जन्मे मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह था। मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद अब सियासत गर्मा गई है। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हत्या को सियासी षड्यंत्र करार दिया है। सियासी गलियारों में गहरी पैठ रखने वाले कई लोगों के नाम लिए गए है। केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, पूर्व सांसद धनंजय सिंह सहित अन्य भाजपा विधायकों की तरफ भी इशारा किया है। साथ ही एक नेता का संरक्षण होने का भी आरोप लगाया है।
सीमा सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राजनीतिक लोग मिले हुए हैं। शासन-प्रशासन के साथ मिलकर मेरे पति की हत्या कराई है। पूर्व विधायक कृष्णानंद की हत्या में उन्हें जबरन फंसाया गया है। वे राजनीति में अपनी जगह बनाना चाहते थे, लेकिन पूर्व सांसद धनंजय सिंह उन्हें आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते थे, इसलिए धनंजय सिंह उनसे राजनीतिक रंजिश रखने लगा। इस पूरे षड्यंत्र में केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, पूर्व विधायक कृष्णानंद की पत्नी और विधायक और बनारस के रहने वाले पीके सिंह भी शामिल हैं।
आरोप लगाया कि उनके पति मुन्ना बजरंगी के खिलाफ पहले बागपत में झूठा मुकदमा लिखाया गया। इसके बाद बागपत में जबरन पेश कराने की साजिश रची, जेल में शिफ्ट किया और हत्या करा दी।