5 दिन में मुकेश अंबानी को मिली 3 बार जान से मारने की धमकी, बढ़ती गई फिरौती की रकम, अब 400 करोड़ की मांग

मुम्बई। हाल ही में उद्योगपति मुकेश अंबानी को जान से मारने की धमकी ईमेल के जरिये दी गई थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया था। इसके बावजूद आज सुबह एक बार फिर से उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी किसी और ने नहीं बल्कि उसी अज्ञात शख्स ने ईमेल के जरिए दी है, जिसने 27 अक्तूबर को दो ईमेल भेजकर पहले 20 करोड़ और फिर 200 करोड़ रुपये की मांग की थी। फिरौती की रकम बढ़ाने का कारण यह बताया गया है कि अंबानी ने उसके पूर्व में दिए दो ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया, इसलिए उसने फिरौती की रकम दोगुनी कर दी है।

27 अक्टूबर को पहली बार मिली थी धमकी

रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी को 27 अक्टूबर की सुबह उनके आधिकारिक ईमेल पर एक मेल आया था। इस मेल में अज्ञात व्यक्ति ने उनसे 20 करोड़ रुपये की डीमांड की। पैसे न देने पर उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी। हालांकि मुकेश अंबानी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद सोमवार को फिर से मुकेश अंबानी को उसी आदमी ने धमकी दी और इस बार उनसे 200 करोड़ रुपये की माँग की।

इसके साथ ही उसने कहा कि हमारे पास दुनियां के सबसे बेहतरीन शूटर है, अगर पैसे नहीं दोगे तो जान से मार देंगे। हालांकि इस पर भी जब अंबानी ने कोई ध्यान नहीं दिया तो अज्ञात व्यक्ति ने आज (मंगलवार) को फिर से ईमेल के जरिए पैसे की मांग की है। इस दौरान आरोपी ने 400 करोड़ की मांग की है। खतरे की गंभीरता को देखते हुए मुंबई पुलिस ने सोमवार को अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया की सुरक्षा बढ़ा दी।

पुलिस मुझे ट्रैक और गिरफ्तार नहीं कर सकती

अंबानी की आधिकारिक आईडी पर भेजे गए तीसरे ईमेल में लिखा है, आपकी सुरक्षा कितनी भी अच्छी क्यों न हो, हम फिर भी आपको मार सकते हैं। इस बार यह कीमत 400 करोड़ रुपये है और पुलिस मुझे ट्रैक और गिरफ्तार नहीं कर सकती।

बीते साल भी मिली थी धमकी


गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब मुकेश अंबानी को इस तरह की धमकी मिली हो। इससे पहले, बीते साल मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी मिली थी। तब मुंबई पुलिस ने कॉल करके धमकी देने के आरोप में बिहार के दरभंगा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने मुंबई के सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल को भी बम से उड़ाने की धमकी दी थी।