इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें संस्करण की शुरुआत 13 सितंबर से होने जा रही हैं और पहला मैच मुंबई इंडियन (MI) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच होना हैं। दर्शकों की नजरें पहले दिन से ही टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर रहेगी क्योंकि हाल ही में उन्होनें 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया हैं और आईपीएल ही ऐसी जगह हैं जहां धोनी के प्रशंसक उनको देख पाएंगे। सुरेश रैना और हरभजन सिंह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के हटने के बाद इस बार धोनी के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। हांलाकि उनके खेल से उन्होनें कई चुनौतियों को परस्त किया हैं। आज इस कड़ी में हम आपको महेंद्र सिंह धोनी की कुछ शानदार पारियां लेकर आए हैं जो दर्शकों को बेहद पसंद आई थी।
54* (29) बनाम किंग्स इलेवन पंजाब, 2010
सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह मैच जीतना अहम था। महेंद्र सिंह धोनी ने यहां कप्तानी पारी खेली। 193 के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की टीम को आखिरी ओवर में 16 रनों की जरूरत थी। इरफान पठान गेंदबाजी करने आए। धोनी ने पहले चौका लगाया और उसके बाद दो छक्के लगाकर मैच जीत लिया। इसके बाद धोनी ने हवा में मुक्का लहराया इससे पता चला कि यह पारी उनके लिए कितनी अहम रही।
64* (49) बनाम किंग्स इलेवन पंजाब, 2016
यह साल धोनी के लिए अच्छा नहीं रहा। इस बार वह राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेल रहे थे। यह पारी उस खराब सीजन में एक हाइलाइट की तरह थी। पुणे की टीम को आखिरी ओवर में जीत के लिए 23 रन की दरकार थी। यह मुश्किल काम था। यह और मुश्किल हो गया जब टीम को आखिरी दो गेंदों पर 12 रन चाहिए थे। लेकिन धोनी ने बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल के खिलाफ दम दिखाया और लगातार दो छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई।
51* (20) बनाम मुंबई इंडियंस 2012
एक और बड़ा मैच और धोनी की एक और लाजवाब पारी। मुंबई के खिलाफ 2012 के एलिमिनेटर में धोनी ने 20 गेंदों पर नाबाद 51 रन की पारी खेली। धोनी ने उस गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ ये रन बनाए जिसकी अगुआई लसिथ मलिंगा जैसा गेंदबाज कर रहा था। धोनी की पारी ने उनकी टीम को 5 विकेट पर 187 के स्कोर तक पहुंचाया जो आखिरी में मुंबई के लिए काफी साबित हुआ।
75* (46) बनाम राजस्थान रॉयल्स 2019
एक बल्लेबाज के तौर पर धोनी अब अपने पीक पर नहीं थे लेकिन उन्होंने दिखाया कि वह अब भी टीम की जरूरत के वक्त दमदार पारी खेल सकते हैं धोनी जब बल्लेबाजी करने आए तो टीम का स्कोर तीन विकेट पर 27 रन था। धोनी ने दिखाया एक मुश्किल विकेट पर भी टी20 पारी को कैसे तैयार किया जा सकता है।
70 (34) बनाम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, 2018
206 का लक्ष्य आसान नहीं होता लेकिन बेंगलुरु का विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा माना जाता है। धोनी ने इसका फायदा उठाया। चेन्नई की टीम को आखिरी 3 ओवर में 45 रनों की जरूरत थी। ऐसा लगा कि धोनी ने अपने लिए बहुत ज्यादा स्कोर छोड़ दिया है लेकिन धोनी ने उम्मीद नहीं छोड़ी। धोनी ने बेंगलोर की गेंदबाजी में कमजोर कड़ी मोहम्मद सिराज और कोरी एंडरसन पर जमकर हमला बोला और टीम को जीत दिलाई।