एक मां अपने बच्चे के लिए कितना दुख सहती हैं यह तो सभी जानते हैं लेकिन उस मां की सेवा के समय बच्चे मुंह फेर लेते हैं। इस खोती इंसानियत का एक नजारा देखने को मिला भरतपुर के बयाना में जहां एक बूढ़ी मां के 5 बटे होने के बावजूद भी कोई उनकी सेवा नहीं कर पाया और उन्हें रानीबाग मंदिर में छोड़ गया। मंगलवार की सुबह लावारिस हाल में मिली 85 वर्षीय वृद्धा को अपनाघर सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने समिति के भरतपुर बझेरा स्थित मां माधुरी बृज वारिस सेवा सदन आश्रम में भर्ती कराया है। अपनाघर महिला समिति शाखा बयाना की सचिव इंदु शर्मा ने बताया कि लावारिस हाल में मिली वृद्धा ने अपने आप को भीलवाड़ा जिले की रहने वाली ललिता बताया है।
वृद्धा ने अपनाघर समिति अध्यक्ष योगेश सर्राफ को बताया कि उसके पांच बेटे और चार बेटियां हैं। महिला की कहानी सुनकर कार्यकर्ताओं की आंखें भी छलक उठी। सचिव इंदु शर्मा की सूचना पर मौके पर पहुंचे अपनाघर शाखा अध्यक्ष योगेश सर्राफ, पूर्व अध्यक्ष अशोक खत्री आदि ने अपनाघर आश्रम फोन कर एंबुलेंस बुलाई और वृद्धा को भरतपुर आश्रम भिजवाया।