टोंक : सड़क हादसा या एंबुलेंस की देरी बनी मां-बेटे की मौत का कारण, बाइक से अस्पताल पहुंचाए शव

सोमवार शाम टोंक जिले के निवाई में सड़क हादसे के दौरान मां-बेटे की मौत हो गई जिसमें अब सवाल खड़े होने लगे हैं कि उनकी मौत का कारण सड़क हादसा था या एंबुलेंस की देरी क्योंकि हादसा होने के एक घंटे बाद तक एंबुलेंस का अत-पता नहीं था और दोनों के शव बाइक से अस्पताल पहुंचाए गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। मंगलवार सुबह दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया। राहगीरों ने बताया कि मृतक के पास मौजूद मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई। इससे मौके पर परिजन तुरंत पहुंच गए।

हादसा भणकपुरा गांव में सोमवार शाम करीब 7 बजे हुआ। सदर थाना प्रभारी गंगाराम ताखर ने बताया कि रतनपुरा रोहिडा निवासी शांति देवी बेरवा (60) बेटे रमेश कुमार बेरवा (38) के साथ मोटरसाइकिल से रिश्तेदार के पास जोधपुरिया गांव जा रहे थे। चतुर्भुज पूरा रोड पर अज्ञात वाहन की टक्कर से मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों ने 108 एंबुलेंस कॉल सेंटर पर फोन किया। परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस ने 1 घंटे बाद आने को कहा। इसकी वजह से दोनों मां-बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। काफी देर तक जब एंबुलेंस नहीं आई तो परिजन बाइक से दोनों को निवाई राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय ले गए। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों शवों को निवाई सीएचसी मोर्चरी में रखवाया गया।