दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का मरीज, केरल में पहले मिल चुके हैं तीन

दुनियाभर में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। WHO के महानिदेशक डॉ। टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता करने वाला है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। इस मरीज की कोई विदेशी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इससे पहले तीन मरीज मिल चुके है और ये तीनों केरल में मिले थे। ये तीनों ही मरीज यूएई से लौटे थे और वहीं पर ये किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे।

दिल्ली में मिला नया मरीज मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 31 वर्षीय व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि करते हुए बताया है कि इसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। यानी अब तक मिले चार मरीजों में ये पहला ऐसा मामला है, जिसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इस मरीज को तेज बुखार और स्किन में घावों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

14 जुलाई को मिला था पहला मरीज

केरल में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि खुद केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने की थी। वह यूएई से लौटा था। मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसे केरल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद18 जुलाई और 22 जुलाई को को एक-एक मरीज मिले। यह सभी मरीज दुबई से लौटे थे।