CDS हेलिकॉप्टर क्रैश: भारतीय वायुसेना के भरोसेमंद Mi-17V5 हेलीकाप्टर में सवार थे बिपिन रावत, जानिए इस चॉपर के बारे में

तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां भारतीय वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकाप्टर क्रैश हो गया है। हेलीकाप्टर में CDS विपिन रावत और सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी सफर कर रहे थे। इस हादसे में अब तक कई लोगों के मरने की भी खबर सामने आई है। भारतीय वायु सेना ने जानकारी दी कि ये हेलीकॉप्टर IAF Mi17वी 5 हेलीकॉप्टर था।

Mi-17 V5, एक मीडियम लिफ्ट हेलिकाप्टर है जिसे जवानों और आर्म ट्रांसपोर्ट, फासर सपोर्ट और खोजने और बचाने के मिशन के लिए डिजाइन किया गया है। बता दें कि दुर्घटनाग्रस्त विमान Mi-17 V5 भारतीय वायुसेना का काफी ताकतवर हेलीकाप्टर माना जाता है। इसमें दो इंजन है और देश की बड़ी शख्सियत इस हेलीकाप्टर का इस्तेमाल करते रहे हैं, यहां तक कि प्रधानमंत्रियों द्वारा भी इसको इस्तेमाल में लिया जाता रहा है। हेलीकाप्टर Mi-17 V5 आधुनिक तकनीकों से लैस होता है। यह हेलीकाप्टर वायु सेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों का हिस्सा भी रहा है। भारतीय वायुसेना इस सीरीज के कई हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती रही है, जिसमें Mi 26, Mi-24, Mi-17 और Mi 17 V5 शामिल हैं।

भारतीय वायु सेना का हेलीकाप्टर Mi-17V-5 एक मिलिट्री परिवहन है। बता दें कि इन विमानों के निर्माण की जिम्मेदारी रूस के पास है और विश्व के सबसे आधुनिक हेलीकाप्टरों में इसका नंबर आता है। इसको सेना और आर्म्स परिवहन में भी तैनात किया जाता है। साथ ही चाहे सर्च आपरेशन हो या राहत बचाव का कार्य हो, उन सभी अभियानों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

एक नजर खासियत पर

- इस हेलीकाप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है और यह 6000 मीटर तक की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। एक बार ईंधन डालने के बाद यह 580 किमी. तक सफर कर सकता है।

- चोपर अधिकतम 13,000 किलो के वजन के साथ उड़ान भर सकता है। इसमें करीब 36 आर्म्ड जवानों को ले जाया जा सकता है।

- हेलीकॉप्टर बेहद ठंडे से लेकर बेहद गर्म माहौल में आसानी से उड़ान भर सकता है। हेलीकॉप्टर का केबिन काफी बड़ा है जिसका फ्लोर एरिया 12 वर्ग मीटर से ज्यादा है।

- MI-17V5 कई तरह से हथियारों से लैस होता है। इसमें शतर्म-5 मिसाइल्स, एस-8 राकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ 8 फायरिंग पोस्ट्स भी हैं। इनसे लक्ष्य साधने में ध्यान लगाया जाता है।

- इस हेलीकाप्टर में ऐसी तकनीक भी है, जिससे यह रात में भी आसानी से कार्रवाई कर सकता है।

- हेलीकॉप्टर में 4 मल्टीफंक्शन डिस्प्ले दिये गये हैं। ऑन बोर्ड वेदर रडार और ऑटो पायलट सिस्टम भी है जिससे पायलट को काफी मदद मिलती है।

बता दें कि मुंबई 26/11 हमले के दौरान कमांडो आपरेशन में भी इसका यूज हुआ था। वहीं, पाकिस्तानी लांच पैड को तबाह करने व सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े अभियान में इसका योगदान रहा।

आपको बता दे, अब तक मिली जानकारी के अनुसार दुर्घटनास्‍थल से अब तक पांच शव मिले हैं जबकि गंभीर रूप से झुलसे चार लोगों को अस्‍पताल ले जाया गया है। जनरल रावत के अलावा उनकी पत्‍नी, उनके डिफेंस असिस्‍टेंट, सुरक्षा कमांडोज और भारतीय वायुसेना के जवान हेलीकॉप्‍टर में थे। भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि की है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ इस हेलीकॉप्‍टर में थे। उन्‍होंने आज सुबह दिल्‍ली से सुलुर के लिए फ्लाइट ली थी। दुर्घटना की सबसे पहले जानकारी दोपहर 12:20 बजे मिली। केटेरी गांव के ग्रामीणों ने defence establishment को यह जानकारी मिली जिन्‍होंने जिला प्रशासन को इससे सूचित किया।