मथुरा / सोमवार से फिर बंद होगा बांके बिहारी मंदिर, इस कारण लिया फैसला

6 माह 25 दिन के बाद खुले वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) के कपाट दो दिन के दर्शनों के बाद फिर से बंद हो रहे हैं। सात माह के लॉकडाउन के बाद मंदिर के पट होने का कारण अब ऑनलाइन पंजीकरण की बिगड़ी व्यवस्था बनी है। दरअसल, श्रद्धालुओं के लिए शनिवार को मंदिर के कपट खुले थे लकिन इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई।

पुलिस उपाधीक्षक रमेश चंद तिवारी ने कहा, ‘महामारी के बीच मंदिर के बाहर भीड़ के लिए सही निर्णय नहीं लेने वाले मंदिर के अधिकारी जिम्मेदार हैं।'

उधर, मंदिर प्रबंधक मनीष शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में ऑनलाइन पंजीकरण के बाद सीमित लोगों के प्रवेश को अनुमति देने का फैसला किया गया था, लेकिन ऑनलाइन प्रणाली में कुछ दिक्कत आ गई, जिसे ठीक किया जा रहा है।

दरअसल शनिवार को नवरात्र के पहले दिन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था। लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे व्यवस्था चौपट हो गई थी। पहले इतनी ही करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने बांके बिहारी के दर्शन किए। ऐसे में शारीरिक दूरी की व्यवस्था तार-तार हो गई। मंदिर प्रबंधन ने शनिवार शाम से मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण कराने की व्यवस्था की थी। रविवार सुबह से पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति देने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन वेबसाइट काम न करने से ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हो सके। रविवार को श्रद्धालुओं को लाइन लगाकर बिना पंजीकरण के ही दर्शन कराए गए। दोपहर में प्रबंधन ने फैसला लिया 19 तारीख से अगले आदेश तक मंदिर के पट फिर बंद किए जा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू होने के बाद ही मंदिर के पट खोले जाएंगे।

मनीष शर्मा ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर को सोमवार से एक बार फिर बन्द किया जा रहा है। मंदिर प्रबंधक ने बताया, 'प्रशासन और पुलिस की तरफ से सुझाव मिले हैं कि मंदिर में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था शुरू की जाए। जैसे ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था शुरू हो जाएगी, मंदिर फिर से खोला जाएगा।'

बता दें कि कोरोना काल में 22 मार्च से वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे।