5 महीने से बंद माता वैष्णोदेवी का मंदिर आज भक्तों के लिए खुला, दर्शन के लिए कराना होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। शनिवार को कोरोना मरीजों (Corona Patient) की संख्या 26 लाख के करीब पहुंच गई। पिछले 24 घंटों की बात करें तो कोरोना (Corona) के 63 हजार 490 नए मामले सामने आए, जबकि 944 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। नए केस आने के बाद देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 25 लाख 89 हजार 682 हो गई है। वहीं, करीब 5 महीने से बंद माता वैष्णोदेवी का मंदिर 16 अगस्त को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। 18 मार्च को कोरोना के कारण माता की यात्रा को बंद कर दिया गया था।

दो हजार भक्तों को जाने की अनुमति

यात्रा शुरू होने के बाद पहले सप्ताह में 1,900 भक्त जम्मू-कश्मीर के और 100 भक्त अन्य राज्यों के रोज दर्शन कर सकेंगे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि यात्रा रविवार (16 अगस्त) से शुरू होनी है। दर्शन के लिए भक्तों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सभी भक्तों के लिए फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखना होगा।

10 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही, जिन लोगों में कोविड-19 से जुड़े कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, उन्हें दर्शन करने से रोक दिया जाएगा।

कोरोना के चलते इस बार यात्रा में विशेष सावधानियां बरती जा रही है। यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के टेंपरेचर जांच के लिए ऑटोमेटिक मशीन लगाई गई है। सैनिटाइजर से उन्हें सैनिटाइज किया जा रहा है, इसके बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। इससे पहले श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार यहां सुबह आए थे। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया। इस बार यात्रा के लिए पिट्ठू और खच्चर की व्यवस्था नहीं है। पैदल ही मास्क लगाकर 14 किमी की यात्रा करनी है। इससे पहले आने वाले यात्रियों के हेल्थ जांच के लिए मेडिकल टेंट और डॉक्टरों की टीम तैनात करने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक यह व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है।

वैष्णोदेवी मंदिर जम्मू-कश्मीर की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित है। मंदिर करीब 5200 फीट ऊंचाई पर और जम्मू से 61 किमी और कटरा से 13 किमी दूर है। वैष्णो देवी की तीन पिंडियों में देवी काली, देवी सरस्वती और देवी लक्ष्मी के रूप में गुफा में विराजित हैं।

बाहर से आने वाले भक्तों के लिए क्या करना जरूरी


- कोरोना टेस्ट करवाकर आएं और रिपोर्ट साथ में लाएं। हालांकि एक रैपिड टेस्ट यहां भी होगा।
- मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड रखें।
- फेस मास्क या कवर लेकर आएं।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लें।
- होटल की बुकिंग भी ऑनलाइन शुरू हो चुकी हैं, आप पहले ही करवा सकते हैं।
- कटरा तक ट्रेनें अभी नहीं चल रही हैं, इसलिए आपको जम्मू से टैक्सी के जरिए कटरा आना होगा। जम्मू में टैक्सी मिल रही है।
- साथ में छाता भी लाएं, ताकि बारिश होने पर खुद का बचाव कर सकें।