PM मोदी ने मन की बात में किया रॉकी, सोफी और विदा का जिक्र, जाने कौन है ये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अगस्त माह के आखिरी रविवार यानी 30 अगस्त को मन की बात 2।0 (Mann Ki Baat) के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। यह उनके मन की बात 2.0 का 15वां संस्‍करण था। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में नागरिकों में अपने दायित्वों का अहसास है। हर तरह के उत्सवों में लोग संयम बरत रहे हैं। देश में हो रहे हर आयोजन में जिस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो अभूतपूर्व है। इस दौरान पीएम ने देश को एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया। पीएम ने खिलौना इंडस्ट्री से आह्वान किया के वे आगे आएं और देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपनी भूमिका अदा करें। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में तीन खास कुत्‍तों का भी जिक्र किया। इनका नाम रॉकी (Rocky), सोफी (Sophie) और विदा (Vida) है। उन्‍होंने इनके काम की तारीफ की।

बीड पुलिस का सहयोगी था रॉकी

रॉकी नाम का कुत्‍ता महाराष्‍ट्र की बीड़ पुलिस के डॉग स्‍क्‍वाड का हिस्‍सा था। वह बहुत ही सूझबूझ वाला कुत्‍ता था। उसे आपराधिक मामलों को सुलझानें में पुलिस की मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। 15 अगस्‍त को रॉकी की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी। इससे बीड़ पुलिस को बड़ा झटका लगा था। पीएम मोदी ने संबोधन में कहा, 'कुछ दिन पहले ही आपने शायद टीवी पर एक बड़ा भावुक करने वाला दृश्य देखा होगा, जिसमें बीड पुलिस अपने साथी डॉग रॉकी को पूरे सम्मान के साथ आख़िरी विदाई दे रही थी। रॉकी ने 300 से ज्यादा केसों को सुलझाने में पुलिस की मदद की थी। कुत्‍तों की आपदा प्रबंधन और राहत कार्य में भी बहुत बड़ी भूमिका होती हैं। भारत में तो एनडीआरएफ ने ऐसे दर्जनों कुत्‍तों को विशेष प्रशिक्षण दिया है। कहीं भूकंप आने पर, इमारत गिरने पर, मलबे में दबे जीवित लोगों को खोज निकालने में ये बहुत एक्‍सपर्ट होते हैं।

356 केस सुलझाने में की मदद

पुलिस के अनुसार रॉकी ने अपने जीवन में पुलिस के 356 केस सुलझाने में मदद की थी। रॉकी हर पुलिसवाले का चहेता भी था। उसकी मौत पर बीड पुलिस ने उसे पूरे सम्‍मान के साथ श्रद्धांजलि दी थी। बीड पुलिस ने इस पर 15 अगस्‍त को ट्वीट भी किया था, 'आज सुबह बीड पुलिस के साथी रॉकी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।'

सोफी और विदा को मिला सम्‍मान

वहीं सोफी और विदा भारतीय सेना के जांबाज कुत्‍ते हैं। दोनों को 15 अगस्‍त को चीफ ऑफ आर्मी स्‍टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्‍मानित किया गया है। यह सम्‍मान विभिन्‍न अभियानों में उनकी भूमिका के चलते दिया गया है। कमेंडेशन कार्ड कुत्‍ते को ड्यूटी के दौरान बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। पीएम मोदी ने संबोधन में कहा, 'बीते दिनों जब हम अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहे थे, तब एक खबर पर मेरा ध्यान गया। ये खबर भारतीय सेना के कुत्‍तों सोफी और विदा की है। सोफी और विदा को अपने देश की सेवा करते हुए अपना कर्तव्य बखूबी निभाने के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्‍टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है।