'कांग्रेस में मेरी हैसियत चवन्नी की भी नहीं, मुझे पूछता कौन है'- मणिशंकर अय्यर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'Narendra Modi' के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने की वजह से कांग्रेस ने अपने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ सदस्य मणिशंकर अय्यर 'Mani Shankar Aiyar' को पार्टी से निलंबित कर दिया था। हालांकि 255 दिनों बाद पार्टी ने उनकी सदस्यता को बहाल कर दिया है। जिसकी वजह से वह भाजपा 'BJP' के निशाने पर आ गई है। पार्टी ने कहा कि यह कांग्रेस 'Congress' प्रमुख और 'काफी विवादों में रहने वाले व्यक्ति के प्रति उनके प्यार' का पर्दाफाश करता है। गुजरात चुनावों से पहले मोदी को 'नीच आदमी' कहने के लिए अय्यर को पिछले साल 7 दिसंबर को कांग्रेस ने प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। इनता ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'Rahul Gandhi' ने ट्विटर पर मणिशंकर अय्यर के इस बयान की आलोचना भी की थी, लेकिन तब तक कांग्रेस को अच्छा-खासा नुकसान हो चुका था और बाद में मणिशंकर अय्यर ने भी अपने इस बयान पर अफसोस जताया था। अय्यर ने कहा था कि वह हिंदी अच्छी तरह से बोलना नहीं जानते हैं इसलिये इस शब्द का इस्तेमाल करते समय उनको यह नहीं पता था कि इसका क्या मतलब हो सकता है।

सोमवार को खुद मणिशंकर अय्यर ने अपनी सदस्यता बहाल किए जाने को लेकर एक निजी चैनल से बातचीत की है। जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मेरी हैसियत चवन्नी की भी नहीं है, मुझे पार्टी में पूछता कौन है। अपने निलंबन का ठीकरा मीडिया पर फोड़ते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया के कारण मुझे बाहर जाना पड़ा था। मेरी सिर्फ प्राथमिक सदस्यता बहाल हुई है। 2003 के बाद से मेरे पास कोई पद नहीं है। आखिरी बार 2003 में ऑफिस गया था जब मुझे वर्किंग कमिटी का सदस्य बनाया गया था।

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक मोदी सरकार सत्ता में है तब तक पाकिस्तान के साथ वार्तालाप नहीं हो सकता। बातचीत तभी होगी जब दूसरी सरकार आएगी। यह पहला मौका नहीं है जब अय्यर ने मोदी सरकार के पड़ोसी देश के साथ रिश्तों को लेकर टिप्पणी की हो। इससे पहले पाकिस्तान के एक टीवी चैनल के साथ हुई बातचीत में उन्होंने कहा था कि इन्हें (मोदी सरकार) हटाइए और हमें ले आइए। तभी रिश्ते मजबूत होंगे।

बता दें कि इस बवाल की शुरुआत तब हुई थी जब अय्यर ने मोदी को कहा था कि वह नीच किस्म का आदमी है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है। उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ था। इसके बाद पीएम मोदी ने गुजरात में एक जनसभा में इसका जवाब देते हुए कहा था कि 'आपने हमें नीच कहा, निचली जाति का कहा। अय्यर के इस बयान से कांग्रेस भारी दबाव में आ गई थी, जिसके चलते मणिशंकर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। कुछ दिनों पहले ही अय्यर ने कहा था कि मैंने 2014 से पहले कभी सोचा नहीं था मुसलमानों को पिल्ला कहने वाला देश का प्रधानमंत्री बन जाएगा।

अय्यर की कांग्रेस में हुई वापसी पर भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछा है कि आखिर नौ महीने में ऐसी क्या बात हो गई कि पिछड़ी जाति के गरीब पीएम का अपमान करने वाले अय्यर का निष्कासन रद्द हो गया। पार्टी ने कहा कि शायद कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करने वाले और असंसदीय टिप्पणियों केकारण विवादों में घिरे रहने वाले अय्यर से दूर नहीं रह सकती थी।

पार्टी प्रवक्ता सांबित पात्रा ने कहा कि करीब नौ महीने पहले राहुल ने अय्यर की पीएम के खिलाफ की गई टिप्पणी को भारतीय सभ्यता संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इसे अस्वीकार्य बताया था। अय्यर ने पीएम की पिछड़ी जाति और गरीब परिवार से होने के कारण ही उनकेखिलाफ नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। नौ महीने अंधेरे के गर्भ में रहने के बाद उस मणि का जन्म हुआ जिस मणि के बिना कांग्रेस अधूरी थी।