बीमार बेटे की दवा के लिए पिता ने साइकिल से तय किया 300 किमी का सफर

कोरोना की पहली लहर में आपको याद होगा कि कैसे एक लड़की ने अपने पिता को साईकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा तक का 1200 किमी का सफर तय किया था। अब कोरोना की दूसरी लहर में भी ऐसी ही एक और घटना सामने आई है, जहां एक मजदूर पिता ने अपने बेटे की दवा के लिए साइकिल से 300 किमी का सफर तय किया।

कर्नाटक के मैसूर में स्थित कोप्पालु गांव के रहने वाले 45 साल के एक व्यक्ति आनंद ने अपने बेटे की दवा की खातिर मैसूर के एक गांव से बेंगलुरु पहुंचने के लिए साइकिल से 300 किमी का सफर तय किया। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने बेटे की दवाओं के लिए कहा-कहा नहीं घूमा, लेकिन ये दवा कहीं नहीं मिली। वह एक दिन के लिए भी दवा लेना नहीं छोड़ सकता। मैं बेंगलुरु गया और मुझे इसमें तीन दिन लगे।' आपको बता दें कि कर्नाटक में फिलहाल सात जून तक लॉकडाउन लगा है।