महाराष्ट्र विधानसभा में हुए ‘चूहा घोटाले’ के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय (CMO) से नया ‘चाय घोटाला’ सामने आया है। यूथ कांग्रेस के सदस्य निखिल कांबले द्वारा दाखिल कि गई आरटीआई के तहत यह खुलासा हुआ है की सीएमओ में चार साल के दौरान करीब 4 करोड़ रुपये की चाय पी गई है। आरटीआई में ये भी बताया गया है कि दो साल पहले तक ये ख़र्च तकरीबन 57 लाख रुपए था। आरटीआई से हुए घोटाले के खुलासे के बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने आरटीआई के तहत मिली सूचना का हवाला देते हुए कहा कि दो साल में 577 प्रतिशत की भारी वृद्धी हुई है। संजय ने आरटीआई से मिली जानकारी में बताया कि साल 2017-18 में सीएमो में 3,34,64,904 रुपये की चाय पी गई है जबकि साल 2015-16 में ये आंकड़ा 57, 99,150 रुपये था। निरुपम ने कहा, सीएमओ में हुआ चाय पर खर्च बेहद चौंकाने वाला है। सीएमओ में रोज 18, 591 चाय की खपत है। ये कैसे संभव है?। संजय ने कहा, मुख्यमंत्री कार्यालय में रोजाना 18, 591 कप चाय रोजना पी जाती है। ये कैसे संभव हो सकता है।
संजय निरुपम ने सीएम देवेंद्र फडणवीस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि, सीएम किस तरह की चाय पीते हैं, क्योंकि मैंने तो सिर्फ ग्रीन टी, येलो टी और इसी तरह के कुछ नाम ही सुन रखे हैं लगता है सीएम और सीएमओ इतना बड़ा बिल बनाने के लिए बेहद महंगी गोल्डन टी का उपयोग करते हैं। ये चौकाने वाली बात है कि जहां महाराष्ट्र में रोज किसानों की मौत हो रही है वही दूसरी तरफ सीएमओ चाय पर करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।
चूहा घोटाला
निरुपम ने हाल में हुए चूहा घोटाले पर भी चुटकी लेते हुए कहा, क्या मंत्रालय के चूहे चाय पीते हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़गे ने आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक विधानसभा में चूहे मारने को लेकर जो घोटाले की खबर को उजागर किया था। एकनाथ ने कहा था कि मंत्रालय में एक सप्ताह के भीतर 3,19,400 चूहों को मारने का दावा किया गया था। जिसपर सरकार की तरफ से सफाई दी गई थी कि ये संख्या चूहों की नहीं बल्कि उनको मारने के लिए यूज में लाइ गई दवाई की है।