महाराष्ट्र में भाजपा के प्रतिनिधित्व वाली महायुति सरकार ने राज्य की महिलाओं के साथ जो वादा किया है उसे लगातार पूरा कर रही है। महाराष्ट्र सरकार ने नवरात्रि और दशहरें का त्याेहार शुरू होने से पहले 'मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन' योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं के खातों में 1500 रुपये की तीसरी किस्त का पैसा जमा 29 सितंबर से जमा करवाना शुरू कर दिया है।
बता दें महाराष्ट्र की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए शुरू गई इस योजना के प्रारंभ होने के बाद से लेकर अब तक महिलाओं के खाते में राज्य सरकार द्वारा तीन किस्तों का पैसा यानी कुल 4500 रुपये जमा करवाए जा चुके है।
बजट में माझी लड़की बहन योजना का किया था ऐलानयाद रहे जून 2024 को महाराष्ट्र सरकार ने वित्तीय बजट पेश करते हुए महिलाओं के लिए ' मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना का ऐलान किया था। बजट में इस योजना के तहत 46 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
माझी लड़की बहिन योजना का उद्धेश्यइस योजना का उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय सहायता करके उन्हें आर्थिक रूप से सबल बनाना है ताकि वो अपनी और अपने परिवार की प्राथमिक जरूरतों को पूरा कर सके। इतना ही नहीं इस फंड का उपयोग महिलाओं ने कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए जैसे कि उद्यमशीलता उद्यम, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पारिवारिक बजट में किया है।
जुलाई में सरकार ने पूरा किया वादाविरोधियों ने इस योजना को बदनाम करने की भरपूर कोशिश की। विपक्ष ने तंज कसते हुए कहा 'पैसा जमा होते ही निकाल लो, इस सरकार पर कोई भरोसा नहीं'। विपक्ष के अड़ंगे, योजना की भारी बदनामी, अविश्वास के माहौल के बावजूद राज्य की महागठबंधन सरकार योजना के क्रियान्वयन पर अड़ी रही। हर हाल में सरकार ने इस योजना को पूरी क्षमता से लागू करने का फैसला किया और जुलाई महीने में इस योजना की शुरूआत कर महिलाओं का दिल जीत लिया।
डेढ़ करोड़ से अधिक महिलाओं को मिल रहा लाभशुरुआत में योजना के तहत पंजीकरण कराने की आखिरी तारीख 31 जुलाई दी गई थी। लेकिन महिलाओं की जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए अंतिम तिथि 31 अगस्त तय की गई।हालाँकि, महिलाओं की बढ़ती प्रतिक्रिया के कारण इस योजना के लिए पंजीकरण जारी रहा। आज डेढ़ करोड़ से ज्यादा महिलाएं इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुकी हैं और उन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है।
1.5 करोड़ से अधिक महिलाओं ने करवाया रजिस्ट्रेशनमध्य प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार लाड़ली बहन योजना की तर्ज पर महाराष्ट्र में भाजपा के गठबंधन वाली सरकार ने इस माझी लड़की बहन योजना की शुरूआत की थी जिसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें 1.5 करोड़ से अधिक महिलाओं ने इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाया है।
योजना के खिलाफ साजिशों को किया ऐसे किया नाकामधोखाधड़ी वाले रजिस्ट्रेशन और कानूनी बाधाओं सहित विपक्ष से प्रतिरोध और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, ये योजना निर्बाध रूप से चले सकरार इसका लगातार प्रयास कर रही है। गलत सूचना और तकनीकी साजिशों के माध्यम से योजना को पटरी से उतारने के प्रयास किया गया लेकिन राज्य प्रशासन ने ऑफ़लाइन तरीकों को अपनाया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि सहायता अपने सही लाभार्थियों तक पहुंचे।
ऑफलाइन व्यवस्थाबता दें सरकार ने वास्तविक रूप से पात्र महिलाओं को इस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए ऑफलाइन व्यवस्था शुरू की तो विपक्षियों की सारी कोशिशों नाकाम हो गईं। सरकार द्वारा आर्थिक सहायता मिलने का राज्य भर की महिलाओं ने जमकर जश्न मनाया।
सरकार का वादा बिना बाधा के चलती रहेगी योजनामुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार सभी ने महाराष्ट्र में महिलाओं और परिवारों के कल्याण को बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इसके साथ ही वादा किया है कि ये योजना भविष्य में बिना किसी बाधा के जारी राहेगी और महिलाओं को इसका योजना का लाभ मिलता रहेगा।