राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना ने कही ऐसी बात, जानकर भक्तों को हो सकती है निराशा

देश में हुए राम मंदिर निर्माण के आंदोलन में सक्रिय हिस्सा रखने वाली शिवसेना अब मंदिर निर्माण को लेकर अलग रुख अपनाती दिखाई दे रही है। शिवसेना ने कहा है कि ये समय राम मंदिर जैसे मुद्दों को देखने का नहीं बल्कि कोरोना वायरस से लड़ने का है। शिवसेना के मुख्य रणनीतिकार और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत में कहा कि ये अवसर इस मंदिर और भारत-पाकिस्तान जैसे मुद्दों का नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान कोरोना वायरस से लड़ाई पर है।

बड़ी खबर! राम मंदिर निर्माण से पहले समतलीकरण, मिले मंदिर के अवशेष, तस्वीरें

दरअसल आपको बता दे, इस समय अयोध्या में 67 एकड़ जमीन पर राम मंदिर का निर्माण कार्य धीरे-धीरे शुरू हो चुका है। मंदिर निर्माण के लिए जमीन समतल करने का काम चल रहा है। इस दौरान यहां कुछ ऐतिहासिक अवशेष मिले हैं। इन अवशेषों में कई पुरातात्विक मूर्तियां खंभे और शिवलिंग। आमलक, कलश और चौखट शामिल हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अब तक जहां-जहां खुदाई हुई है, वहां से और आसपास की जगहों से बड़ी तादाद में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प कलश, कलाकृतियां निकली हैं। अब तक ब्लैक टच स्टोन के सात खंबे, छह रेडसैंड स्टोन के खंबे, पांच फुट के नक्काशीनुमा शिवलिंग और मेहराब के पत्थर मिले हैं।

ऐसे में संजय राउत ने कहा है कि जो जो अवशेष मिल रहे है उन्हें देखने वाले दूसरे लोग भी है फिलहाल अभी हमारा पूरा ध्यान कोरोना वायरस संकट से लड़ने पर है।

बता दें महाराष्ट्र में शिवसेना ने दशकों से चला आ रहा बीजेपी का गठबंधन तोड़कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है।

देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे है। यहां अब तक 39,297 केस सामने आए हैं जिसमें से 27,589 केस एक्टिव हैं और 10,318 लोग ठीक हुए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 1390 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित मुंबई और पुणे हैं। भारत की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।