Maharashtra Political Crisis: हाथ में पोस्टर लेकर गुवाहाटी पहुंचा शिवसेना का ये 'सिपाही', बोला - शिंदे भाई घर चलो

महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को लगभग 12 निर्दलीय और छोटे दलों के अलावा 40 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया है। एकनाथ शिंदे इस समय बागी विधायकों के गुट के साथ असम के गुवाहाटी में एक होटल में ठहरे हुए हैं। इस बीच शिवसेना के उप जिला प्रमुख संजय भोसले असम के गुवाहाटी में बागी विधायकों को मनाने पहुंचे। उन्होंने पार्टी विधायक एकनाथ शिंदे से 'मातोश्री' लौटने का आग्रह किया। इस दौरान गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल के बाहर पुलिस ने उन्हें रोका। संजय भोसले के नहीं मानने पर उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है।

जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के सतारा से शिवसेना नेता संजय भोसले रेडिसन ब्लू होटल के बाहर हाथ में पोस्टर लेकर पहुंचे थे। इस पोस्टर पर मराठी में लिखा था, 'शिवसेना जिंदाबाद, एकनाथ शिंदे भाई वापस मातोश्री चलो। उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के पास।' उन्होंने कहा कि शिवसेना ने अपने विधायकों को बहुत कुछ दिया है। उनका कहना है कि उन्हें 'मातोश्री' लौट जाना चाहिए।

महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, MLC चुनावों के बाद जब बागी विधायक गुजरात की तरफ बढ़ रहे थे, तब उन्होंने अपने साथ कोई भी सपोर्ट स्टॉफ जैसे सिक्योरिटी गार्ड या PA साथ में लेने से मना कर दिया था। इसीलिए किसी भी सिक्योरिटी में लगे शख्स या PA को उनके मूवमेंट की जानकारी नही थी इसीलिए सरकार सिक्योरिटी स्टॉफ या PA स्टॉफ के खिलाफ फिलहाल किसी भी तरह की कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है। इसमें बड़ी बात ये है कि स्टॉफ ने इस बात की जानकारी कंट्रोल रूम में दी थी, जिसके बारे में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को बताया गया था कि एकनाथ शिंदे अपने साथ 5 विधायक लेकर गुजरात गए थे।

उधर, सीएनएन-न्यूज18 को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में शिंदे ने बागी विधायकों पर दबाव बनाने के आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा, 'मैं यहां पिछले चार दिनों से हूं। फिर भी लोग हमसे जुड़ने आ रहे हैं। क्या यह दबाव है?’ उन्होंने अपने खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उद्धव ठाकरे गुट के शीर्ष नेताओं के प्रयासों को भी खारिज कर दिया। एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘वे डरे हुए हैं। उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई है। वे किसको डरा रहे हैं? यह लोकतंत्र में काम नहीं करेगा।'