महाराष्ट्र : स्कूल खुलने के बाद 1000 से ज्यादा बच्चे हुए कोरोना संक्रमित, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जताई चिंता

महाराष्ट्र में कोविड की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। कोरोना की दूसरी लहर का असर काफी कम हो गया है। औसत कोरोना संक्रमितों की संख्या रोज़ 600 से कम है। इसके बावजूद कोरोना की तीसरी लहर का डर बना हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आज 23 नवंबर, मंगलवार को वैक्सीनेशन को लेकर कोई बड़ा कदम उठाए जाने का स्पष्ट संकेत दिया। स्वास्थ्य मंत्री का ज्यादा जोर बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के वैक्सीनेशन पर है। उन्होंने कहा कि कोविड के खतरे को देखते हुए छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन तुरंत प्रभाव से शुरू किए जाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके वरिष्ठ नागरिकों को भी बूस्टर डोज दिए जाने की ज़रूरत है।

1000 से ज्यादा बच्चे हुए संक्रमित

आपको बता दे, राज्य में स्कूल खुले हुए अभी 20 दिन ही हुए हैं। लेकिन इस बीच आपस में संपर्क बढ़ने की वजह से 11 से 18 साल की उम्र के 1,711 बच्चों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि इन बच्चों में कोरोना के सौम्य लक्षण पाए गए हैं। लेकिन ये स्प्रेडर का काम कर सकते हैं। इस वजह से सतर्कता और सावधानी बरतनी जरूरी है। साथ ही बच्चों का वैक्सीनेशन तेज गति से किया जाना जरूरी है। राजेश टोपे ने कहा कि राज्य के टास्क फोर्स के विशेषज्ञों की भी यही राय है।

राजेश टोपे ने कहा कि, 'दिवाली के बाद स्कूलों में लगभग सभी वर्ग की कक्षाएं शुरू करने की मांग की जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए पहली से चौथी कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोलने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दिया है। लेकिन आखिरी फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही लेंगे।'