तीखे तेवर : संजय राउत बोले - न कोई प्रस्ताव आएगा, न जाएगा, जो तय हुआ था सिर्फ उस पर बात होनी चाहिए

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच दांवपेच जारी है। जहां एक तरफ बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर कायम है वही दूसरी तरफ बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने 7 या 8 नवंबर को मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस (Devendra fadnavis) के शपथ ग्रहण समारोह की संभावना जताई है। वही इस बीच शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा चुनाव से पहले जो प्रस्ताव दिया गया था, हम उसी प्रस्ताव पर राज़ी होंगे। उसी पर हमने चुनाव लड़ा था, उसी पर गठबंधन हुआ था। कोई प्रस्ताव ना आएगा, ना जाएगा, जो प्रस्ताव तय हुआ था सिर्फ उस पर बात होनी चाहिए। पार्टी को कोई नया प्रस्ताव मंजूर नहीं है।

संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी-शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्मूले पर सहमति बनी थी। इस प्रस्ताव के बाद ही दोनों पार्टियां का गठबंधन हुआ था। अब चुनाव बाद बीजेपी अपने वादों से पीछे हट रही है। संजय राउत ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूर पड़ती है तो ये जनता के साथ अन्याय होगा। महाराष्ट्र अगर राष्ट्रपति शासन की तरफ बढ़ रहा है उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं है।

दरअसल, महाराष्ट्र चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच एक राजनीतिक 'डील' हुई थी। इसके तहत पांच साल की सरकार में ढाई साल का सीएम पद बीजेपी के पास और बाकी ढाई साल का सीएम पद शिवसेना के पास रहेगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद ही बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई थी। ठाकरे ने साफ शब्दों में कहा था- 'लोकसभा चुनाव में अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ जो तय हुआ था, उससे न कम और न ज्यादा चाहिए। उससे एक कण भी अधिक मुझे नहीं चाहिए।'

इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) चीफ मोहन भागवत से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में सरकार गठन को लेकर चर्चा हुई थी। मंगलवार देर शाम नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। इस दौरान कार्यकारी प्रमुख भैयाजी जोशी व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने सरकार पर सस्पेंस के बीच मुंबई में अपने आवास पर बीजेपी कोर कमेटी की आपात बैठक बुलाई थी। भाजपा महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, 'हमें अब तक सरकार के गठन पर शिवसेना से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। हम इंतजार कर रहे हैं और हमारे दरवाजे उनके लिए 24 घंटे खुले हैं। हम जल्द से जल्द 'महा-यति' की नई सरकार बनाएंगे।'

बता दे, महाराष्ट्र की 288 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54, कांग्रेस को 44 और अन्य को 29 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आकंड़ा 146 है। इस तरह से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के पास बहुमत के आंकड़े हैं, लेकिन सीएम पद और 50-50 फॉर्मूले पर बात नहीं बन पाने के कारण अभी तक नई सरकार का गठन नहीं हो पाया है।