सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों की शर्मनाक करतूत, तीन मरीजों को सुनसान जगह पर फेंका, 1 की हुई मौत

महाराष्ट्र के सांगली से सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों की एक शर्मनाक करतूत का खुलासा हुआ है। खुलासे के बाद मंगलवार को जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। समिति से 48 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई है। दरअसल, बीते शनिवार दो नवंबर की रात अस्पताल के कर्मचारियों ने एंबुलेंस से तीन मरोजों (शिवलिंग कचनुरे, इशाद मोहम्मद और शंकर मारुति शिंदे सांगली) को सुनसान जगह पर ले जाकर फेंक दिया।

ये तीनों मिराज मेडिकल कॉलेज में भर्ती थे। कुछ देर वहीं पड़े रहने के बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता मुस्तफा मुजावर ने इन्हें सांगली के ही सिटी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान एक मरीज शिवलिंग कचनुरे की मौत हो गई। इन मरीजों में से एक ने बताया कि मिराज अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कहकर एंबुलेंस में बैठाया था। उसने कहा कि कुछ लोगों ने हमें सड़क किनारे पड़ा देख पुलिस को सूचना दे दी। मामले में कॉलेज के कार्यकारी डीन डा दीपक गौरव ने जांच समिति से 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।