महाराष्ट्रः अकेले पड़े उद्धव ठाकरे, उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत भी शिंदे कैंप में शामिल, अब सिर्फ 3 मंत्री बचे

महाराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और तगड़ा झटका लगा है। रविवार की रात उद्धव सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत गुवाहाटी पहुंच गए। इसी के साथ शिंदे के पास शिवसेना के 39 विधायकों का समर्थन हो गया है। उदय महाराष्ट्र के 8वें मंत्री हैं, जिन्होंने उद्धव के बजाय शिंदे के साथ जाने का फैसला किया है। हैरानी की बात ये है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से ज्यादा मंत्री अब एकनाथ शिंदे के कैंप में हैं। उद्धव के पास महज 3 मंत्रियों (आदित्य ठाकरे, अनिल परब और सुभाष देसाई) का समर्थन ही बचा है। देसाई और परब विधान परिषद के सदस्य हैं, जबकि एक अन्य कैबिनेट मंत्री शंकरराव गडख क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष पार्टी से हैं। निर्दलीय शंकरराव गडक भी शिवसेना के कोटे से मंत्री हैं और जल संरक्षण विभाग संभाल रहे हैं। वन मंत्री संजय राठौर के इस्तीफे के कारण एक पद खाली है। आदित्य पर्यावरण एवं प्रोटोकॉल मंत्री हैं। उदय सामंत महाराष्ट्र कैबिनेट के 8वें मंत्री हैं, जिसने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने का फैसला किया है।

ये 8 मंत्री एकनाथ शिंदे के खेमें में

दादा भुसे
गुलाबराव पाटिल
संदीपन भुमरे
राज्य मंत्री शंभूराज देसाई
अब्दुल सत्तार
राजेंद्र पाटिल येद्रावकर
बच्चू कडू (प्रहार जनशक्ति)
उदय सामंत

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उदय सामंत से रविवार सुबह से ही शिवसेना का संपर्क नहीं हो पा रहा था। उदय रविवार की शाम चार्टर्ड प्लेन के जरिए मुंबई से गुवाहाटी पहुंचे। उनके साथ 3 अन्य लोग भी थे, जिनमें उनका पर्सनल सेक्रेटरी और ठाणे का एक शिवसेना कार्यकर्ता शामिल था। उदय सामंत को ठाकरे परिवार के निवास मातोश्री का करीबी माना जाता है। यही वजह मानी जाती है कि शिवसेना में नया होने के बावजूद उन्हें उच्च शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया गया था। अब उनका एकनाथ शिंदे के साथ जाना उद्धव के लिए बड़ा झटका है। उदय सामंत एनसीपी के टिकट पर रत्नागिरी से लगातार दो बार विधायक रहे हैं। पूर्व कांग्रेस-एनसीपी सरकार में वह राज्यमंत्री बनाए गए थे। हालाकिं 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने शिवसेना जॉइन कर ली थी। उसके बाद 2018 में उन्हें MHADA का चेयरमैन बनाया गया था। 2019 में उदय चौथी बार विधायक चुनकर आए।