महाराष्ट्र / पुलिसकर्मियों पर कोरोना का कहर जारी, 24 घंटे में 87 संक्रमित

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। शनिवार को 2,608 नए मामले सामने आए, जबकि 60 मरीजों की कोरोना से मौत भी हुई। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 47 हजार 190 हो गई। वहीं, मौतों का आंकड़ा 1,577 पर पहुंच गया। पूरे राज्य में इस महामारी से ठीक होने वालों की संख्या 13,404 के करीब पहुंच गई है। वहीं, कोरोना का कहर पुलिसकर्मियों पर भी टूट रहा है, पिछले 24 घंटे में पुलिसकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ अब तक कुल 1,758 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 174 अफसर और 1,671 अन्य स्टाफ है। इनमें से 42 पुलिस अधिकारी और 499 कॉन्स्टेबल स्वस्थ हो चुके हैं। एक अधिकारी समेत 18 पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है।

इसके साथ ही राज्य का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर (सीसीसी 2) गोरेगांव के नेस्को ग्राउंड में बनकर तैयार हो गया है। 1240 बेड के इस कोविड सेंटर में एक सामान्य हॉस्पिटल की तरह लगभग सभी सुविधाएं मिलेंगी।

26 मई से इस हॉस्पिटल में मरीजों का एडमिशन शुरू करने की तैयारी है। इससे पहले 18 मई को एमएमआरडीए द्वारा तैयार किया गया 1026 बेड का कोरोना हॉस्पिटल बीएमसी को मिल चुका है।

वहीं, महाराष्ट्र सरकार छोटे कारोबारों और कारीगरों की मदद के लिए जल्द ही एक पैकेज की घोषणा करेगी। ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा, 'लॉकडाउन के बाद यह मांग लगातार की जा रही है कि मुख्यमंत्री ‘बारा बलुतेदार’ के लिए पैकेज की घोषणा करें।'

कोरोना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को राज्य में कोविड-19 (Covid-19) के हालात को लेकर समीक्षा बैठक की है। इस मुद्दे पर पिछले आठ दिन में दोनों नेताओं के बीच यह तीसरी बैठक थी।

राकांपा ने ट्वीट किया कि पार्टी के महाराष्ट्र इकाई प्रमुख और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत और मुख्य सचिव अजय मेहता भी बैठक में मौजूद थे।

राउत ने दिन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और उसके बाद बैठक हुई, जिसे राजभवन के एक बयान में 'शिष्टाचार भेंट' बताया गया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख राज्य में चरणबद्ध तरीके से आर्थिक गतिविधियां और राज्य के अंदर ही सड़क परिवहन दोबारा शुरू किए जाने पर जोर दे रहे हैं। इसके साथ ही पवार आयात-निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उद्योगपतियों और विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करने भी जोर दे रहे हैं।