तीन बजे कोर्ट में सुनवाई, कंगना सही साबित हुईं तो BMC को करनी पड़ेगी जेब ढीली

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के ऑफिस में कथित अवैध निर्माण को लेकर हुए तोड़फोड़ के बाद महाराष्ट्र (Maharshtra) की राजनीति में हंगामा मचा है। बुधवार को मुंबई पहुंचने के बाद से कंगाना लगातार शिवसेना (Shiv Sena) की सरकार पर सोशल मीडिया के जरिए हमले कर रही हैं। बृहनमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन ने भले ही कंगना रनौत को तगड़ा नुकसान पहुंचा लिया हो, लेकिन अगर कंगना ने इसको गैरकानूनी साबित कर दिया तो BMC को बड़ा झटका लग सकता है। आज (गुरुवार) दोपहर 3 बजे इस मामले की सुनवाई होनी है।

हाई कोर्ट ने भी BMC के ऐक्शन पर जताई नाराजगी

कंगना का बांद्रा स्थित ऑफिस तोड़ने के बाद बीएमसी पर कई लोगों ने नाराजगी जताई थी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी ऑफिस में और तोड़फोड़ पर रोक लगा दी है। हालांकि कंगना की लीगल टीम ने जब तक स्टे लिया बताया जा रहा है कि तब तक उनका 80% नुकसान हो चुका था।

इस बीच खबर है कि कल देर रात हुई शरद पवार और उद्धव के बीच मुलाकात के बाद शिवसेना के नेताओं और प्रवक्ताओं को कंगना पर ना बोलने का आदेश दिया गया है। कंगना के मुद्दे पर संजय राउत को भी मीडिया से बात न करने की सलाह दी गई है। शरद पवार ने कहा कि- 'मुझे उनके (कंगना रनौत) दफ्तर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन मैंने अखबारों में पढ़ा था कि वो अवैध निर्माण है। जो भी हो, मुंबई में अवैध निर्माण कोई नई बात नहीं हैं। अगर बीएमसी नियमों के हिसाब से काम कर रही है तो ये सही है।'

इससे पहले खबर सामने आई थी कि शरद पवार बीएमसी की इस कार्रवाई से नाखुश हैं और उन्होंने कहा है कि इससे विपक्ष को बोलने का मौका मिलेगा।